Paytm Crisis: ‘पेटीएम मेरे लिए बेटी की तरह थी… जिसका एक्सीडेंट हो गया’, विजय शेखर शर्मा

Paytm Crisis: विजय शेखर शर्मा ने माना कि पेटीएम बेहतर कर सकता था और उन्होंने सबक सीख लिया है।

Paytm Crisis: पेटीएम संकट पर संस्थापक और एमडी विजय शेखर शर्मा ने कहा कि पेटीएम एक ऐसी बेटी की तरह है, जिसका एक्सीडेंट हो गया और वह अब आईसीयू में है।

शर्मा ने निजी दृष्टिकोण से कहा, “मेरे लिए कंपनी एक बेटी की तरह है…हम मैच्योर हो रहे थे, टोटल प्रोफिट की ओर बढ़ रहे थे, फ्री केश बना रहे थे और इसी तरह बहुत सारे फायदे भी हो रहे थे। मैंने इसे एक बेटी के रूप में देखा जो एक महत्वपूर्ण एंट्रेंस एग्जाम के लिए जा रही थी, लेकिन एक एक्सिडेंट का शिकार हो गई, और अभी आईसीयू में है।”

हमने सबक सीखा – विजय शेखर शर्मा

Paytm Crisis

शर्मा (Paytm Crisis) ने माना कि कंपनी और बेहतर कर सकती थी और उन्होंने दिल्ली में JIIF Foundation Day Celebration में यह सबक सीखा है।

उन्होंने कहा, “प्रोफेशनल लेवल पर, मैं कहूंगा कि हमें बेहतर प्रदर्शन करना चाहिए था, इसमें कोई सिक्रेट नहीं है। हमें बेहतर तरीके से समझना चाहिए था…और हमारे पास जिम्मेदारियां थीं, जिन्हें हमें बेहतर तरीके से पूरा करना चाहिए था…हमने सबक सीखा है।”

Read this also: Bhole Baba’s Luxury Life: सफेद कपड़े और रंगीन लाइफ, नहीं लेते दान, 100 करोड़ के मालिक, जानिए बाबा की लग्जरी लाइफ के बारे में

कंपनी के रेवेन्यू में कटौती

Paytm Crisis

पेटीएम की मूल कंपनी वन 97 कम्युनिकेशंस ने बताया कि फाइनेंशियल ईयर 23 की चौथी तिमाही में उसका रेवेन्यू 2,465 करोड़ रुपये से घटकर 2,399 करोड़ रुपये रह गया, जो पिछले साल की समान तिमाही में 168 करोड़ रुपये था। इसका मुख्य कारण पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड में अपने निवेश पर 227 करोड़ रुपये का नुकसान है , जिसमें इसकी 49% हिस्सेदारी है।

RBI ने लगाया था प्रतिबंध

Paytm Crisis

इस साल की शुरुआत में, भारतीय रिजर्व बैंक ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक को non-compliance इश्यू के कारण 29 फरवरी 2024 के बाद अपने एक्टिविटीज को रेस्ट्रिक्टेड करने का निर्देश दिया था। RBI ने पेटीएम द्वारा KYC मानदंडों का पालन न करने और मनी लॉन्ड्रिंग की चिंताओं के कारण यह निर्देश जारी किया। RBI ने डेबिट और क्रेडिट सुविधाओं, प्रीपेड और पोस्ट-पेड एकाउंट पर कोई टॉप-अप नहीं, फास्ट टैग रिचार्ज और UPI ट्रांसफर जैसे लेनदेन पर प्रतिबंध लगा दिया।

Read this also: लागू हुआ Telecommunications Act 2023, लिमिट से ज्यादा सिम रखने पर लगेगा 50 हजार से 2 लाख तक जुर्माना

पेमेंट बैंक पहली बार 2018 में केंद्रीय बैंक की जांच के दायरे में आया था, जब RBI ने लाइसेंस उल्लंघन और KYC मानदंडों का पालन न करने के कारण नए एकाउंट खोलने पर रोक लगा दी थी । 2021 में, मनी लॉन्ड्रिंग चिंताओं पर गलत जानकारी जमा करने के लिए पेमेंट बैंक पर ₹ 1 करोड़ का जुर्माना लगाया गया था। 2022 में, पेटीएम को नए कस्टमर्स प्राप्त करने से प्रतिबंधित कर दिया गया था।

पेटीएम पेमेंट्स बैंक वन97 कम्युनिकेशंस के तहत बैंकिंग शाखा है जिसकी स्थापना 2017 में विजय शेखर शर्मा ने की थी। बैंक का युजर्स बेस लगभग 30 करोड़ था।

Exit mobile version