kerala wayanad landslide: केरल के वायनाड में कुदरत का कहर देखने को मिल रहा है। वायनाड में भारी बारिश के बीच हुए भूस्खलन में 200 से ज्यादा लोगों की जान चली गई है, जबकि कई लोग मलबे में दब गए हैं। लोगों को बचाने के लिए सरकार की ओर से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
साथ ही केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने इस तबाही से प्रभावित लोगों के लिए राहत कोष की घोषणा की है। अब आम जनता के साथ-साथ साउथ सिनेमा के सितारे भी जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए सीएम राहत कोष में पैसे दान कर रहे हैं।
रियल लाइफ हीरो है साउथ इंडस्ट्री के सितारे
एनिमल एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना ने इस त्रासदी में फंसे और पीड़ित लोगों की मदद की है। एक्ट्रेस ने सीएम राहत कोष में 10 लाख रुपये का दान दिया है। रश्मिका के अलावा मलयालम एक्टर फहद फाजिल और उनकी पत्नी नाजरिया नाजिम ने भी पीड़ितों की मदद (kerala wayanad landslide) के लिए सीएम राहत कोष में 25 लाख रुपये का दान दिया है। मुसीबत में फंसे लोगों की मदद कर ये सितारे असल जिंदगी में हीरो बन गए हैं।
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नयनतारा और विग्नेश शिवन ने भी किया दान
अभिनेत्री नयनतारा और निर्देशक विग्नेश शिवन ने केरल के वायनाड भूस्खलन में प्रभावित परिवारों की सहायता के लिए केरल के मुख्यमंत्री राहत कोष में 20 लाख रुपये की राशि का योगदान दिया। दंपति ने अपने दो बेटों के साथ एक बयान साझा किया जिसमें उन्होंने अपना समर्थन व्यक्त किया और वायनाड में लोगों के जीवन के पुनर्निर्माण के लिए एक साथ आने के महत्व पर जोर दिया।
चियान विक्रम ने केरल मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में 20 लाख रुपये दान किए। मलयालम मेगास्टार ममूटी और दुलकर सलमान ने क्रमशः 25 लाख और 15 लाख रुपये दान किए हैं। अभिनेता ने राहत कोष में राशि दान करने के लिए एर्नाकुलम के केंद्र का दौरा किया था। रश्मिका मंदाना के अलावा सूर्या, ज्योतिका, फहाद फासिल सहित कई हस्तियों ने राहत कोष में योगदान दिया है।
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वायनाड में भारी बारिश के बाद हुए भूस्खलन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 256 हो गई है।सोमवार को, इरुवानजीजी नदी के आने से वायनाड के पहाड़ी इलाके से पानी का प्रवाह बदल गया, जिससे तटीय क्षेत्र में आने वाली सभी चीजें जलमग्न हो गईं। यहां हरियाली की जगह खाली मलबा है।
बचाव कार्य में हो रही दिक्कत
भूस्खलन से पहले नदी एक सीधी रेखा में बहती थी, जबकि नदी अपने किनारे के सभी गांवों को बहा ले गई। लगातार हो रही बारिश के बीच बचाव कार्य में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।