CJI Chandrachud Farewell : भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ का विदाई समारोह शुक्रवार उनके आखिरी कार्य दिवस पर सुप्रीम कोर्ट में आयोजित किया गया। इस दौरान सीजेआई ने अपने परिवार, माता-पिता, निजी जिंदगी के साथ करियर से जुड़ी कुछ अहम बातें साझा कीं और अपना अनुभव बताया। डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा, ‘न्यायाधीश के रूप में, हम जटिल मामलों पर फैसला देते हैं, लेकिन हमारे लिए जो बात सबसे ज्यादा मायने रखती है वह यह है कि हमारे फैसलों का आम नागरिकों के जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है।’
भावुक हो गए CJI Chandrachud
अपने कार्यकाल के आखिरी दिन उन्होंने अपनी न्यायिक यात्रा के प्रति कृतज्ञता और विनम्रता के साथ भावनात्मक संबोधन दिया। अपने सहयोगियों और कानूनी क्षेत्र से घिरे चंद्रचूड़ ने अपने व्यक्तिगत अनुभव और प्रशंसा साझा की। उन्होंने उन लोगों से माफी भी मांगी है जो गलती से उनकी किसी बात से आहत हो गए थे।
Also read: रातों-रात बुलडोजर से घर तोड़ने की इजाजत नहीं, सभी राज्यों को सुप्रीम का आदेश
उन्होंने कहा, ‘कल शाम जब मेरे रजिस्ट्रार जज ने मुझसे पूछा कि समारोह कब आयोजित किया जाना चाहिए, तो मुझे बताया गया कि इसे दोपहर 2 बजे आयोजित किया जा सकता है ताकि कुछ मामलों का निपटारा किया जा सके। मैंने सोचा, क्या शुक्रवार की दोपहर दो बजे इस दरबार में कोई होगा?’
चंद्रचूड़ ने भारतीय न्यायपालिका की परंपराओं के प्रति अपनी प्रशंसा व्यक्त करते हुए कहा कि एक युवा वकील के रूप में उन्होंने तर्क करने की कला देखी और अदालती काम के महत्वपूर्ण गुण सीखे। उन्होंने कहा, हम यहां तीर्थयात्रियों की तरह काम करने आए हैं और हमारा काम किसी भी मामले की दिशा तय कर सकता है। महान न्यायाधीशों ने इस न्यायालय की शोभा बढ़ाते हुए अपनी विरासत यहां छोड़ी हुई है।
उत्तराधिकारी न्यायमूर्ति संजीव खन्ना की प्रशंसा
उन्होंने अपने उत्तराधिकारी जस्टिस संजीव खन्ना के बारे में भी कहा कि मेरे जाने के बाद भी कोर्ट में कोई फर्क नहीं पड़ेगा क्योंकि जस्टिस खन्ना जैसा स्थिर और प्रतिष्ठित व्यक्ति ही इस पद को संभालेगा।
‘अगर किसी को दुख पहुंचा हो तो माफ करें…’
#WATCH | While addressing his farewell function, Chief Justice of India DY Chandrachud says "Sunlight is the best disinfectant. I know in so many ways I've exposed my own personal life to public knowledge. When you expose your own life to public knowledge, you expose yourself to… pic.twitter.com/JGf29mNIWN
— ANI (@ANI) November 8, 2024
एक विडंबनापूर्ण क्षण में, चंद्रचूड़ ने सभी से माफ़ी मांगते हुए कहा कि अगर किसी को मेरी किसी भी बात से ठेस पहुंची हो, तो मैं माफी मांगता हूं, यह मेरा किसी को भी दुख पहुंचाने का कोई भी इरादा कभी नहीं था। कृपया मुझे माफ़ कर दें।
चीफ जस्टिस अंतिम कार्य दिवस पर, वरिष्ठ एडवोकेट और न्यायपालिका के सदस्यों ने भारत की न्यायपालिका पर उनके गहरे प्रभाव के लिए उन्हें श्रद्धांजलि दी थी। उनके साथ जस्टिस संजीव खन्ना, जस्टिस जे.बी. पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा ने भी औपचारिक पीठ में अपना स्थान ग्रहण किया। CJI Chandrachud< को उनके कानूनी ज्ञान के साथ-साथ न्याय के प्रति उनके मानवीय दृष्टिकोण के लिए भी प्रशंसा मिली है।