रेप केस में जेल गया तो बन गया महिलाओं का जानी दुश्मन, हैरान कर देगी इस साइको किलर की कहानी

वो महिलाओं और युवतियों को अपना शिकार बनाता है. वो घर में घुसता है कुछ मंसूबे लेकर. चोरी के साथ महिलाओं को सिर पर वार कर गंभीर रूप से घायल करने और उनको तड़पते देखने में इसे बहुत मजा आता है. काले लिबास में आधी रात के बाद आने वाले दहशत का पर्याय बने साइको किलर से महिलाओं और युवतियों ने चार माह से रात में सोना छोड़ दिया. घर में महिलाओं-युवतियों को मौत की नींद सुलाने की कोशिश में जानलेवा हमले करने वाले साइको किलर को गोरखपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है. चोरी के दौरान एक घर में हमले में एक युवती की मौत भी हो चुकी है.

गोरखपुर के पुलिस लाइन के व्‍हाइट हाउस सभागार में रविवार को गोरखपुर के एसएसपी डा. गौरव ग्रोवर ने घटना का खुलासा किया. दो साल पहले रेप के मामले में जेल से छूटकर आए इस शख्‍स को गौर से पहचान लीजिए. इस साइको किलर की पहचान गोरखपुर के झंगहा थानाक्षेत्र के राजधानी गांव के मंगलपुर टोला के रहने वाले स्‍वामीनाथ निषाद के पुत्र 20 वर्षीय अजय निषाद के रूप में हुई है. महिलाओं और युवतियों के लिए दहशत का पर्याय बन चुके इस शातिर की गोरखपुर पुलिस को बीते चार माह से तलाश रही है.

हमले करने में आता है मजा

उन्होंने बताया कि रात के सन्‍नाटे में काले लिबास में नंगे पांव अपने शिकार पर निकलने वाले इस साइको किलर ने चार माह में पांच महिलाओं और युवतियों पर हमला किया है. ये साइको किलर इतना शातिर है कि ये पुलिस की हर गतिविधियों पर नजर रखता रहा है. रात के 1 से 4 बजे के बीच अपने शिकार पर निकलने वाले इस साइको किलर को घर में चोरी के दौरान महिलाओं और युवतियों पर हमला करने में मजा आता है.

गोरखपुर की झंगहा पुलिस पहली वारदात के बाद से ही इस शातिर साइको किलर की तलाश में रही है. चोरी के दौरान जब एक युवती की मौत हो गई, तो पुलिस ने सघन तलाशी अभियान और गश्त बढ़ा दी. लेकिन पुलिस से बचने के लिए काला लिबास पहनकर नंगे पांव निकलने वाला ये शातिर पुलिस की नजर से भी बचता रहा. आखिरकार तीसरी आंख यानी सीसीटीवी कैमरे की मदद से पुलिस ने इसे गिरफ्तार कर लिया. इसकी पहचान गोरखपुर के झंगहा थानाक्षेत्र के राजधानी गांव के मंगलपुर टोला के रहने वाले स्वामीनाथ निषाद के 20 वर्षीय पुत्र अजय निषाद के रूप में हुई है.

2022 के रेप केस में गया जेल

इसने पूछताछ में सभी घटनाओं को अंजाम देने की बात भी पुलिस के सामने कबूल कर ली है. इसने पुलिस को पूछताछ में बताया कि साल 2022 में वो रेप के केस में जेल गया था. इसके बाद जमानत पर छूटने के बाद सूरत चला गया. सूरत से लौटकर उसने घरों में छोटी-मोटी चोरी की वारदात को अंजाम देना शुरू किया. पूर्व में रेप के आरोप में जेल जाने की वजह से इसे महिलाओं और युवतियों से नफरत ने साइको किलर बना दिया. आरोपी की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त आलाकत्ल (बांस का डंडा, लिप्टस का डंडा, लोहे की राड, चारपाई का पाया) अलग-अलग स्थानों से बरामद किया गया. आरोपी ने बताया कि उसके द्वारा लूटे गए आभूषण को उसने बेच दिया है.

एसएसपी डा. गौरव ग्रोवर की माने तो पहली घटना में महिला को घायल करने के बाद उसे इसमें मजा आने लगा और वो हर चोरी की वारदात के दौरान महिलाओं और युवतियों को अपना शिकार बनाने लगा. ऐसे में इस शा‍तिर को पकड़ पाना पुलिस के लिए एक चुनौती बन गई थी. पुलिस ने एसपी नार्थ जितेन्‍द्र कुमार श्रीवास्‍तव के नेतृत्व में जाल बिछाया और 70 से अधिक सीसीटीवी कैमरे की मदद से शातिर को गिरफ्तार कर चार महीने में हुई पांचों चोरी और जानलेवा हमले की घटनाओं का खुलासा कर दिया. एसएसपी ने बताया कि एडीजी जोन गोरखपुर की ओर से इस घटना का खुलासा करने वाली टीम को एक लाख रुपए के पुरस्‍कार की घोषणा की है.

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