CCTV की मॉनिटरिंग, मुखबिर का जाल और ड्रोन से सर्चिंग… बरेली के सीरियल किलर की गिरफ्तारी की Inside Story

उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में 9 महिलाओं को अपनी हवस का शिकार बनाकर मौत की नींद सुलाने के आरोपी सीरियल किलर को गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस हिरासत में उससे पूछताछ की जा रही है. उसने अभी तक 6 महिलाओं की बलात्कार के बाद हत्या की बात स्वीकार कर ली है. पुलिस आरोपी कुलदीप गंगवार को लेकर मौका-ए-वारदात पर भी पहुंची. वहां पुतले की मदद से क्राइम सीन क्रिएट किया गया.

वहशी सीरियल किलर कुलदीप गंगवार क्राइम सीन क्रिएट करते वक्त जिस तरह की हरकतें कर रहा था, उसे देखकर लोग हैरान थे. पुलिस का कहना है कि आरोपी नशे का आदी था. उसकी निजी जिंदगी में भी काफी उथल-पुथल थी. उसकी मां की मौत के बाद सौतेली मां घर में आई, जिसने कथित तौर पर उसे काफी परेशान किया, जिससे वो महिलाओं से चिढ़ने लगा था. उसकी शादीशुदा जिंदगी भी ठीक नहीं रही.

उसकी आदतों से उब कर उसकी बीवी उसे छोड़ कर चली गई. इसके बाद महिलाओं से उसकी नाराजगी और भी बढ़ गई और फिर वो महिलाओं को टारगेट करने लगा. वो अकेली महिलाओं को देख कर उनसे रिलेशन बनाने की कोशिश करता, जो तैयार हो जाती, उन्हें छोड़ देता और जो ना करती, उनकी हत्या कर देता. वो ये सब बगैर किसी हथियार के ही करता था. वो महिलाओं के कपड़ों से ही गला घोंट कर उनकी जान लेता था.

पिछले साल से शुरू हो गया था दरिंदगी का खौफनाक खेल

बरेली के तीन थाना इलाकों शाही, शीशगंज और फतेहगंज में पिछले साल जुलाई महीने से ही रह-रह कर महिलाओं की हत्याएं हो रही थी. इन हत्याओं में गजब की सिमिलैरिटी थी. मतलब तकरीबन सारी की सारी हत्याएं दोपहर के वक़्त हुई थी. क़ातिल 50 से 60 साल के एज गुप की महिलाओं की हत्याएं कर रहा था. वो उन्हीं महिलाओं की हत्या करता था, जो अकेली होती थी. हत्या के लिए साड़ी या दुपट्टों का इस्तेमाल करता था.

5 महीने में 6 महिलाओं की हत्या, खौफ में गांव के लोग

उनके गले के बांयी ओर गांठ लगा देता था. एक और खास बात ये थी कि ज्यादातर कत्ल गन्ने के खेतों में या उसके आस-पास ही हुए थे. ये सारी बातें इस बात की ओर ईशारा कर रही थी कि कत्ल की इन वारदातों के पीछे किसी सीरियल किलर का ही हाथ है. खास बात ये है कि इस किलर ने पिछले साल जुलाई से लेकर नवंबर महीने तक एक-एक कर तकरीबन पांच से छह महिलाओं कत्ल किया, लेकिन इसके बाद ये काफी दिनों तक इनएक्टिव रहा.

जुलाई में हुई बलात्कार और हत्या के बाद सक्रिय हुई पुलिस 

इसके बाद इसने फिर लंबे वक्त तक किसी को अपना शिकार नहीं बनाया. इसी साल जुलाई के महीने में 2 तारीख को इसने उसी शाही थाना इलाके में एकाएक फिर एक और महिला की हत्या कर दी और पुलिस की रडार में आ गया. असल में पुलिस ने गौर किया कि इस महिला की हत्या भी ठीक उसी तरह की गई थी, जिस तरह पिछले साल पांच या छह महिलाओं की हत्या हुई थी. ऐसे में पुलिस ने इसे सीरियल किलिंग से जोड़ कर देखना शुरू किया.

22 टीमें, 100 पुलिसकर्मी, 2100 CCTV, ऑपरेशन तलाश

नए सिरे से अपनी तफ्तीश चालू की, जिसे नाम दिया ऑपरेशन तलाश. एसएसपी ऑफिस को ‘वार रूम’ बना दिया गया. पुलिस की 22 टीमों में बंटे कम से कम 100 पुलिस वाले काम में लग गए. 1500 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज की चेकिंग की गई. 600 नए सीसीटीवी कैमरों का इंस्टालेशन किया गया. इतना ही नहीं 1.5 लाख मोबाइल नंबरों के डंप डाटा की जांच की गई. 25 किमी के दायरे में तफ़्तीश की गई. सादे लिबास में पुलिस गांवों में तैनात की गई.

गांव-गांव तैनात पुलिस, शुरू हुई सीरियल किलर की तलाश

पुलिस ने अलग-अलग गांवों में नाका लगा कर संदिग्ध सीरियल किलर की तलाश शुरू कर दी. उसकी खोज में लगे पुलिस वालों को बताया गया कि वो हरेक उन गांवों में पहुंच कर सीरियल किलर की जानकारी जुटाने की कोशिश करें, जिन गावों में या जिनके आस-पास महिलाओं की हत्या हुई. पुलिस वालों को वहां रहने वाले लोगों से पूछताछ कर संदिग्ध लोगों की जानकारी जुटाने और हर जानकारी थाने में मौजूद एक स्पेशल रजिस्टर में दर्ज करने को कहा गया.

मुखबिरों से मिले इनपुट के बाद गिरफ्तार हुआ कुलदीप

ताकि उन जानकारी का मिलान कर ये समझने की कोशिश की जाए कि जिले में रहने वाले लाखों लोगों में से वो सीरियल किलर कौन हो सकता है. इसके अलावा ड्रोन से सर्चिंग, सीसीटीवी फुटेज की मॉनिटरिंग और दूसरे तौर-तरीके भी काम में लाए गए. इस सिलसिले में पुलिस ने संदिग्ध स्केचेस भी बनवाए और आखिरकार मुखबिरों से मिले इनपुट और संदिग्ध हरकतों को देखते हुए पुलिस ने 35 साल के कुलदीप नाम के एक शख्स को गिरफ्तार कर लिया.

किलर ने कबूल की महिलाओं का कत्ल करने की बात

उसने एक-एक कर ना सिर्फ कई महिलाओं का कत्ल करने की बात कबूल कर ली, बल्कि पूछताछ के दौरान पुलिस को हर उस जगह पर ले कर गया, जहां उसने महिलाओं की हत्या की थी. लेकिन यहां ये सवाल खड़ा था कि सीरियल किलर चुन-चुन कर महिलाओं की ही जान क्यों ले रहा था? क्यों वो सुनसान सड़कों पर अकेली महिलाओं को टारगेट करता था? क्यों उसने क़त्ल के लिए सिर्फ़ 50 से 60 साल की उम्र वाली महिलाओं को ही चुना?

सिर्फ महिलाओं को ही क्यों मारता था सीरियल किलर?

क्यों उसने हर क़त्ल साड़ी के पल्लू या फिर महिलाओं के दुपट्टे से किया? आख़िर उसके दिमाग में ऐसा क्या चलता था कि वो सिर्फ महिलाओं को ही मारता था? ये सवाल जितने अहम हैं, सीरियल किलर की गिरफ्तारी के बाद इनके जवाब भी उतने ही चौंकाने वाले सामने आए हैं. पुलिस का कहना है कि आरोपी नशे का आदी था. उसकी निजी जिंदगी में भी काफी उथल-पुथल थी. उसकी मां की मौत के बाद सौतेली मां घर में आई, जिससे वो परेशान था.

अकेली महिला को देख कर रिलेशन बनाने की कोशिश

यही वजह है कि वो महिलाओं से चिढ़ने लगा. इसके बाद उसकी शादीशुदा जिंदगी भी ठीक नहीं रही. उसकी आदतों से उब कर उसकी बीवी उसे छोड़ कर चली गई. इसके बाद महिलाओँ से उसकी नाराजगी और भी बढ़ गई और फिर वो उनको टारगेट करने लगा. वो अकेली महिलाओं को देख कर उनसे रिलेशन बनाने की कोशिश करता, जो तैयार हो जाती, उन्हें छोड़ देता और जो ना करती, उनकी हत्या कर देता. साड़ी और दुपट्टे को हथियार बनाता था.

बंजारे की तरह जिंदगी जी रहा था कुलदीप गंगवार

एसएसपी अनुराग आर्य के मुताबिक, बरेली के ही ग्रामीण इलाके से आने वाला कुलदीप एक बंजारे की तरह जिंदगी जीता था. अक्सर घर से बाहर रहता था. उसका अपना घर नहीं था. वो अपनी दो बहनों या रिश्तेदारों के यहां खाने-पीने के लिए पहुंचता और फिर खाना खाकर बाहर निकल जाता. लोग उसे देखते और जानते थे, लेकिन कभी ये नहीं समझ सके कि कुलदीप ही महिलाओं का कत्ल कर रहा है. क्योंकि उसे कभी किसी मामले में पकड़ा नहीं गया था.

सीरियल किलर के पास बरामद हुई हैं ये चीजें

वो तो जब पुलिस ने ऐसे घूमने-भटकने वाले लोगों, नशे के आदी और संदिग्ध लोगों की सूची बनाने की शुरुआत की, तब कुलदीप पुलिस की रडार पर आया. इसके बाद जब उसके व्यवहार, निजी जिंदगी और उसकी हरकतों का पता चला तो पुलिस का शक उस पर गहराता गया. उसी शक के आधार पर ही उसकी गिरफ्तारी भी हुई. उसने ना सिर्फ कत्ल की बातें कबूली हैं, बल्कि उसके पास कुछ महिलाओं के कपड़े, गहने, आधार कार्ड और रुपयों की बरामदगी हुई.

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