Gunfight Between Terrorists & Security Forces: जम्मू-कश्मीर में 24 घंटे में तीसरी आतंकी घटना में बुधवार को एक पुलिस अधिकारी घायल हो गया। जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले के गंडोह इलाके के एक गांव में आतंकवादियों ने तलाशी दल पर गोलीबारी की। पुलिसकर्मी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, आतंकवादियों और भारतीय सेना की 4RR तथा जम्मू-कश्मीर पुलिस के बीच मुठभेड़ जारी है।
पुलिस के अनुसार, भालेसा के कोटा टॉप इलाके में शाम करीब 7.41 बजे गोलीबारी की सूचना मिली, जिसका सुरक्षा बलों ने जवाब दिया। अंतिम रिपोर्ट मिलने तक दोनों पक्षों के बीच रुक-रुक कर गोलीबारी जारी थी। उन्होंने बताया कि घेराबंदी को मजबूत करने के लिए इलाके में अतिरिक्त बल भेजा गया है।
घायल सुरक्षाकर्मी की पहचान विशेष पुलिस अधिकारी फरीद अहमद के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि सुरक्षा बलों ने गंडोह के ऊपरी इलाकों में आतंकवादियों के एक समूह से फिर से संपर्क स्थापित कर लिया है। मुठभेड़ जम्मू-हिमाचल प्रदेश सीमा से 5 किलोमीटर दूर एक इलाके में हो रही है।
पुलिस का मानना है कि यह तीन से चार आतंकवादियों का समूह है जो इस इलाके के ऊपरी इलाकों में सक्रिय हैं। डोडा और किश्तवाड़ 1994 से 2001 तक हरकत-उल-मुजाहिदीन और जैश का गढ़ रहे हैं। 1994 में जब कश्मीर में उन पर भारी दबाव था, तो उन्होंने दबाव कम करने के लिए एक नया मोर्चा खोल लिया। इन हमलों में भी इसी तरह की रणनीति देखने को मिलती है।
पहली मुठभेड़ मंगलवार (11 जून) देर रात हुई, जब कठुआ के एक गांव में गोलीबारी करने वाले दो आतंकवादियों को मार गिराया गया। इसके बाद हुई गोलीबारी में एक सीआरपीएफ(CRPF) जवान भी शहीद हो गया और एक नागरिक घायल हो गया।
दूसरी मुठभेड़ तब हुई, जब डोडा में आतंकवादियों ने सेना के एक बेस पर गोलीबारी की। उन्होंने डोडा के एक दूरदराज के इलाके में अस्थायी संचालन बेस (TOB) पर कई राउंड फायरिंग की, जिसके बाद सेना और पुलिस की कई टीमें मौके पर पहुंच गईं।
जम्मू-कश्मीर में तीन दिनों में यह चौथा ऐसा आतंकी हमला है। 9 जून को आतंकवादियों ने तीर्थयात्रियों को ले जा रही एक बस पर हमला किया, जिससे वह रियासी में सड़क से उतरकर गहरी खाई में गिर गई, जिसमें नौ लोगों की मौत हो गई और 41 लोग घायल हो गए।