Condom Use In India: वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (डब्ल्यूएचओ) जब भी कोई रिपोर्ट प्रकाशित करता है तो उसमें कहा जाता है कि भारत में बिना कंडोम के सेक्स का प्रचलन बढ़ गया है। भारत के पहले कंडोमोलॉजी सर्वे से चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। इसके मुताबिक यह बात सामने आई है कि 20 से 24 साल की उम्र के 80 फीसदी युवा संभोग के दौरान कंडोम का इस्तेमाल नहीं करते हैं। एक्सपर्ट ने राय व्यक्त की है कि इसका संबंधित युवाओं और उनके समग्र स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभाव पड़ेगा।
इसमें यह भी बताया गया है कि किन राज्यों में कंडोम का ज्यादा इस्तेमाल होता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि यौन संबंध के दौरान कंडोम का इस्तेमाल पहले की तुलना में अब कम हो रहा है। स्वास्थ्य विभाग भी लगातार लोगों को कंडोम के इस्तेमाल के प्रति जागरूक करने के बावजूद भी फिर भी इसका इस्तेमाल कम हो रहा है। ऐसे में आइए जानें वो कौन से राज्य हैं जहां कंडोम का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है।
किन राज्यों में कंडोम का सबसे ज्यादा इस्तेमाल ?
नेशनल फैमिली हेल्थ डिपार्मेंट (2021-22) द्वारा आयोजित सर्वे में पाया गया कि दादरा नगर हवेली भारत में एकमात्र स्थान है जहां लोग कंडोम (Condom Use In India) के महत्व को समझते हैं। भारत के किसी भी अन्य राज्य की तुलना में यहां अधिक लोग कंडोम खरीदते हैं। इसके बाद देश का आंध्र प्रदेश राज्य है जहां से ज्यादातर लोग कंडोम खरीदते हैं।
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दादरा नगर हवेली में कितने कंडोम का इस्तेमाल?
ऐसा अनुमान है कि दरदा नगर हवेली में 10 हजार जोड़ों में से 993 जोड़े सेक्स करते समय Condom का इस्तेमाल करते हैं। इसके बाद दूसरे राज्यों में भी सर्वे किया गया, जिसमें हर राज्य में अलग-अलग आयु वर्ग के 10 हजार कपल्स से बात की गई. दूसरे नंबर पर आंध्र प्रदेश का नाम आता है. जहां 10 हजार में से 978 कपल्स कंडोम का इस्तेमाल करते हैं। जबकि कर्नाटक का स्थान 15वां है. इस राज्य में 10 हजार जोड़ों में से केवल 307 जोड़े ही कंडोम का इस्तेमाल करते हैं।
6 फीसदी लोग कंडोम के इस्तेमाल के बारे में नहीं जानते
इसी रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत में 6 फीसदी लोगों को Condom के बारे में जानकारी नहीं है. कंडोम के बारे में सिर्फ 94 फीसदी लोग ही जानते हैं। भारत में हर साल औसतन 33.07 करोड़ कंडोम खरीदे जाते हैं। अगर हम भारत के उत्तर प्रदेश राज्य की बात करें तो यहां हर साल 5.3 करोड़ कंडोम की खपत होती है।
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यह आंकड़ा अन्य राज्यों की तुलना में काफी ज्यादा है। 2024 के अंत तक यूपी की आबादी 22 करोड़ के पार होने की उम्मीद है। यहां के स्वास्थ्य केंद्रों और सरकारी अस्पतालों में कंडोम मुफ्त बेचे जाते हैं। लेकिन सर्वे के मुताबिक अब कंडोम का इस्तेमाल कम हो रहा है।जहां पुडुचेरी में 10,000 में से केवल 960 जोड़े, पंजाब में 895, चंडीगढ़ में 822, हरियाणा में 685 जोड़े सेक्स के दौरान कंडोम का इस्तेमाल करते हैं। वहीं, हिमाचल प्रदेश में 567, राजस्थान में 514 और गुजरात में 430 लोग कंडोम का इस्तेमाल करते हैं।
कंडोमोलॉजी सर्वेक्षण क्या है?
कंडोमोलॉजी शब्द तीन शब्दों कंज्यूमर (उपभोक्ता), कंडोम (रोकथाम) और साइकोलॉजी (मनोविज्ञान) से मिलकर बना है। यानी इस सर्वे में इन तीनों बिंदुओं पर रिसर्च किया गया है। यह रिसर्च कंडोम एलायंस द्वारा आयोजित किया गया था, जो कंडोम निर्माताओं और आपूर्तिकर्ताओं में एक मार्केट लीडर है, जो भारत में युवाओं के यौन स्वास्थ्य में सुधार करने का प्रयास करता है। यह भी पता चला है कि कंडोम का गैर-उपयोग भारत में अनप्लांड प्रेगनेंसी, अनसेफ अबॉर्शन मेथड के उपयोग और सेक्सी वाली ट्रांसमिटेड डिसीसिस की हाई रेट के कई मामलों के लिए जिम्मेदार है।
भारत में कंडोम का उपयोग इतना कम क्यों है?
भारत में Condom के इस्तेमाल की औसत दर 5.6 प्रतिशत से भी कम है। सामाजिक मानदंड और इस बारे में कई संदेह कि अगर हम कंडोम का उपयोग करेंगे तो लोग क्या कहेंगे या कौन सोचेंगे, सुरक्षित यौन संबंध और यौन स्वास्थ्य के रास्ते में बड़ी बाधाएं हैं।