लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पर रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और राजकीय रेलवे पुलिस (GRP) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 1,93,73,904 करोड़ रुपये मूल्य की प्रतिबंधित दवा ऑक्सीटोसिन जब्त की. इस मामले में बिहार के छपरा जिले के संतोष सिंह और उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले के राम लोटन के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
कैसे हुआ खुलासा ?
यह कार्रवाई GRP के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADG) प्रकाश डी के निर्देश पर चलाए जा रहे तस्करी विरोधी अभियान के तहत की गई. छपरा से लखनऊ आने वाली ट्रेन नंबर 15053 के रेलवे पार्सल से यह प्रतिबंधित दवा चारबाग रेलवे स्टेशन पहुंचाई गई थी. तलाशी अभियान के दौरान पार्सल हाउस से कुल 38 पैकेट ड्रग्स बरामद किए गए।
जांच में क्या पता चला ?
पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला कि यह तस्करी संतोष सिंह और राम लोटन द्वारा की जा रही थी. चारबाग GRP थाने में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है. पुलिस का मानना है कि इस गिरोह में और भी लोग शामिल हो सकते हैं, जिनकी तलाश जारी है.
तस्करी पर लगाम लगाने की पहल
GRP ने इस कार्रवाई को मादक पदार्थों और प्रतिबंधित दवाओं की तस्करी पर रोक लगाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया है. पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें. यह अभियान रेलवे और समाज को तस्करी जैसे अपराधों से बचाने के लिए जारी रहेगा.