पेट्रोल और डीजल में क्या अंतर है, कीमत अलग-अलग क्यों 

पेट्रोल और डीजल दोनों ही एक पदार्थ पेट्रोलियम यानी जीवाश्म ईंधन से तैयार किया जाता है।

पेट्रोल और डीजल दोनों में अहम फर्क रिफाइनिंग पर ही आधारित होता है।

पेट्रोल ज्यादा रिफाइन्ड होता है और इसके ज्यादा रिफाइन होने की वजह से यह महंगा होता है।

डीजल में रिफाइनिंग प्रोसेस अलग होती है और कम रिफाइन होने की वजह से यह सस्ता होता है।

रिफाइनिंग प्रोसेस जितना ज्यादा बॉइल किया जाता है, उतना ही उसकी रेट में फर्क होता है। इस प्रोसेस को फ्रैक्टिशनल डिस्टिलेशन कहा जाता है।

पेट्रोल हाइड्रोकार्बन का मिश्रण है, यह डीजल से अधिक शुद्ध रूप है और इसे 35 डिग्री से 200 डिग्री सेंटीग्रेट के बीच उबालकर तैयार किया जाता है।

डीजल 250 से 350 डिग्री के बीच उबलता है, इनके उबलने की क्षमता उनकी शुद्धता पर निर्भर करती है।

पेट्रोल में 5-12 कार्बन पदार्थ होते हैं, जबकि डीजल में इन की संख्या 12 से अधिक होती है।

कार, ट्रक, बस और अन्य ऑटोमोबाइल जीवाश्म ईंधन पर आधारित इंजनों पर चलते हैं।

पेट्रोल इंजन में कंप्रेशन से पहले हवा और ईंधन को मिलाया जाता है और फिर प्रज्वलित करने के लिए एक विद्युत चिंगारी का उपयोग किया जाता है।

ट्रक और अन्य भारी वाहन डीजल इंजन पर चलते हैं। यह भी एक आंतरिक दहन इंजन है जो डीजल पर काम करता है। इन इंजनों में हवा को कंप्रेस्ड किया जाता है।

पेट्रोलियम जितना ज्यादा रिफाइन होता है, उतना ही जल्दी उड़ने लग जाता है।

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