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यूपी के विकास द्विवेदी को 8वीं बार सांप ने डसा, 500 Km दूर भी पहुंच गया ‘दुश्मन’; अब पिता को आया खतरनाक सपना

दौसा. उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के रहने वाले विकास द्विवेदी पर इन दिनों पूरे देश की मीडिया की नजर है. सर्पदंश से बचने के लिए विकास पिछले 11 दिनों से राजस्थान के दौसा जिले में स्थित मेहंदीपुर बालाजी की शरण में है. यहां विकास खुद के साथ हो रही अनोखी घटना से छुटकारा पाने के लिए बालाजी महाराज से प्रार्थना कर रहा है, लेकिन सोमवार शाम में विकास द्विवेदी को 8वीं बार सांप ने डस लिया.

विकास द्विवेदी

हालांकि, विकास और उसके परिजनों का दावा है कि जब सोमवार की शाम को सांप ने विकास को डसा तो उस दौरान बालाजी महाराज की कृपा से उसे कुछ नहीं हुआ. वहीं, सांप के डसने के बाद भी विकास पूरी तरह स्वस्थ है. वहीं, पीड़ित विकास और उसके परिजनों का ये भी दावा है कि जब सांप ने विकास को डसा तो सांप को आते-जाते किसी ने नहीं देखा.

बालाजी की आरती के दौरान पैर में डसने के निशान : सात बार सर्पदंश से परेशान विकास 13 जुलाई शनिवार को जिले के प्रसिद्ध आस्थाधाम मेहंदीपुर बालाजी में आया था. यहां उसने बालाजी महाराज के आगे अर्जी लगाकर जिद्दी सर्प से बचाने की प्रार्थना की थी. वहीं, 14 जुलाई को विकास ने ईटीवी भारत को बताया था कि सांप ने स्वप्न में आकर उसे अगले शनिवार यानी 20 जुलाई को 8वीं बार डसेगा, लेकिन शनिवार को विकास को सांप ने नहीं डसा. ऐसे में विकास और उसके परिवार के अन्य सदस्यों ने इसे बालाजी महाराज की कृपा बताई, लेकिन सोमवार की शाम में जब विकास अपने परिजनों के साथ बालाजी महाराज की आरती में खड़ा था तो वहां उसे जिद्दी सांप फिर से डस कर चला गया.

सबसे पहले मामी को पता चला : सांप के डसने का विकास पर कुछ भी असर नहीं हुआ. इस दौरान विकास की मामी रेणु देवी ने ईटीवी भारत को बताया कि आरती खत्म होने के बाद विकास को लेकर वापस धर्मशाला आ रहे थे, तभी मेरी नजर विकास के पैरों पर पड़ी. बाएं पैर पर सांप के डसने के निशान दिखे, लेकिन विकास पूरी तरह से स्वस्थ नजर आया. वहीं, उन्होंने बताया कि इससे पहले सांप ने जब भी डसा है, विकास के मुंह से झाग आने लगते थे. साथ ही पूरे शरीर में बैचैनी होने लगती थी, लेकिन इस बार सांप के डसने के बाद भी विकास बालाजी महाराज की कृपा से पूरी तरह स्वस्थ है, जिसके चलते उसे अस्पताल भी लेकर नहीं गए.

सोमवार को सुबह 10 बजे फड़की थी बाईं आंख : सर्पदंश से पीड़ित विकास का दावा है कि जब भी सांप उसे डसने आता है, उससे करीब 4 से 5 घंटे पहले से ही उसकी बाईं आंख फड़कने लगती है. जिससे उसे खुद के साथ होने वाली घटना के बारे में पता चल जाता था. ऐसा ही कुछ विकास के साथ सोमवार को भी हुआ. पीड़ित विकास ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि सोमवार को करीब 10 बजे उसकी बाईं आंख फड़कने लगाई थी. इस दौरान दोपहर करीब 2 बजे तक आंख फड़कती रही. इसके बारे में विकास ने परिवार के लोगों को भी बताया था. वहीं, विकास का कहना है कि वो मीडिया को सांप के बारे में बता-बताकर थक चुका है. अब हमारे साथ अच्छा-बुरा जो भी करेंगे, बालाजी महाराज ही करेंगे.

विकास की मदद को आगे आया बालाजी मंदिर ट्रस्ट : विकास ने बताया कि मेरे सर्पदंश से पीड़ित होने की बात जैसे ही बालाजी मंदिर ट्रस्ट पदाधिकारियों को मिली, उन्होंने मेरी पूरी मदद की है. ऐसे में बालाजी महाराज की दोनों समय की आरती के समय वीआईपी गेट से बालाजी महाराज की प्रतिमा के सामने बैठने की अनुमति दी है. वहीं, बालाजी का जल और भभूती भी उपलब्ध करवाई है, साथ ही बालाजी मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारियों की ओर से मेरी हर संभव मदद की जा रही है.

फतेहपुर सीएमओ की रिपोर्ट पर उठाए सवाल : वहीं, ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान पीड़ित विकास द्विवेदी और उनके पिता सुरेंद्र ने उत्तर प्रदेश स्वास्थ विभाग द्वारा स्नेक फोबिया की बनाई गई रिपोर्ट के ऊपर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने बताया कि जब मैं वहां हूं ही नहीं तो सीएमओ ने स्नेक की रिपोर्ट कैसे बनाकर भेज दी? साथ ही कहा कि इस मामले में प्रशासन पर जब दवाब पड़ रहा है तो प्रशासन अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़कर बचने की कोशिश कर रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि जब स्नेक फोबिया की रिपोर्ट के बारे में सीएमओ से बात की तो उन्होंने कोई सही जवाब नहीं दिया. सही तरीके से बात भी नहीं की और फोन काट दिया था.

इस बार पिता को स्वप्न में दिखा कि बेटे को सांप ने डस लिया : वहीं, विकास के पिता सुरेंद्र द्विवेदी ने बताया कि मंगलवार सुबह करीब साढ़े 5 बजे मुझे स्वप्न आया, जिसमें मुझे दिखा कि मेरे बेटे को सांप ने डस लिया है. सांप के डसने से बेटे की मौत हो गई है.

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