Migraine: सिरदर्द आज एक आम बीमारी बन गई है। यहां तक कि 10 में से 8 युवा भी आपको अक्सर सिरदर्द की शिकायत करते हुए मिल जाएंगे लेकिन सिर दर्द का मतलब सिर्फ सिरदर्द नहीं होता कई बार यह दर्द असहनीय होता है।अगर आपको गंभीर सिर दर्द या फिर गर्दन में दर्द, चिड़चिड़ापन या उदासी आदि की समस्या भी होती है, तो आपको सावधान हो जाना चाहिए। यह समस्या माइग्रेन (Migraine) हो सकती है। माइग्रेन (Migraine) एक जटिल न्यूरोलॉजिकल स्थिति है, जो अक्सर लोगों को प्रभावित करती है। इसके लक्षणों को समझकर प्राथमिक चिकित्सा प्राप्त करने से माइग्रेन के दर्द को प्रबंधित किया जा सकता है।
इन कारणों से हो सकता है Migraine
माइग्रेन (Migraine) कई वजहों से हो सकता है, जैसे कि आनुवंशिकी, वातावरण की वजह से, शरीर में सेरोटोनिन का स्तर, रक्त वाहिका में मामूली बदलाव या मस्तिष्क में विद्युत गति का संचार आदि। डॉक्टरों का मानना है कि माइग्रेन (Migraine) को रोकने का सबसे अच्छा तरीका उनके ट्रिगर्स से बचना है। ये व्यक्ति-दर-व्यक्ति अलग-अलग हो सकते हैं। मदिरापान के अलावा पनीर एवं अन्य डेयरी उत्पाद, चॉकलेट और कॉफी जैसे खाद्य पदार्थ इस परेशानी की वजह बन सकते हैं। भोजन पूरी तरह से न करना या उचित भोजन न करने से भी माइग्रेन का दौरा पड़ सकता है। अत्यधिक गर्दन हिलाने से माइग्रेन (Migraine) की समस्या हो सकती है। डिहाइड्रेशन से भी माइग्रेन हो सकता है। कुछ लोगों के लिए कुछ गंध माइग्रेन का कारण बन सकती हैं।
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ये 3 योग हैं माइग्रेन में रामबाण (Migraine Treatment)
डॉक्टरों का मानना है कि माइग्रेन (Migraine) हो या सिरदर्द योग से सभी का इलाज है। यहां तक कि योग ही एक ऐसी चिकित्सा पद्धति है जिसका कोई साइड इफैक्ट नहीं है और किसी भी बीमारी को जड़ से खत्म करने में सक्षम है। माइग्रेन और सिरदर्द के लिए योग में 3 रामबाण उपाय मौजूद हैं। जो अगर लगातार किए जाएं तो 10 दिन के अंदर रोग को पूरी तरह खोने में भी कारगर हैं।
1. योग निद्रा प्राणायाम
योग निद्रा (Yoga Nidra) का अर्थ हुआ नींद में किया जाने वाला योग। योग निद्रा यानि शवासन माइग्रेन (Migraine) से लेकर दिमाग या मस्तिष्क, न्यूरो संबंधी किसी भी बीमारी के लिए रामबाण है। यह काफी दिलचस्प, पसंद किया जाने वाला और आसान प्राणायाम भी है। सामान्य भाषा में समझें तो इसमें खुद को शव की तरह मन और तन दोनों से मुक्त समझते हुए फ्री होकर लेटना होता है। दिमाग को शून्य करना होता है। कुछ देर में ही इसका असर दिखाई देने लगता है। इसे 10 से 15 मिनट रोजाना करना फायदेमंद हैं।
2. भ्रामरी प्राणायाम
रोजाना सुबह शांत जगह पर बैठकर 5 से 7 बार भ्रामरी प्राणायाम करने से भी माइग्रेन (Migraine) में फायदा होता है। इसके लिए सबसे पहले अपनी तर्जनी उंगलियों को दोनों कानों पर रखें। आंख और मुंह को बंद रखते हुए नाक से ही सांस लें और छोड़ें। अगर आप चाहें तो ऊं का उच्चारण भी कर सकते हैं। यह प्राणायाम सिर्फ माइग्रेन (Migraine) और सिरदर्द ही नहीं बल्कि तनाव, डिप्रेशन और चिंता से भी मुक्त करता है।
3. अनुलोम विलोम
इसके बारे में ज्यादातर लोगों को जानकारी होती है, लेकिन अगर आप इस प्राणायाम को रोजाना करते हैं तो निश्चित ही इसका बड़ा लाभ पाते हैं। अनुलोम विलोम एक विशिष्ट प्रकार का योग है, जिसमें श्वास को नियंत्रित करके अभ्यास किया जाता है। इसमें एक नाक के एक छिद्र से सांस लेकर दूसरे छिद्र से छोड़ी जाती है। यही प्रक्रिया बार-बार दोहरानी होती है। अगर आप रोजाना सुबह 10 मिनट इसका अभ्यास करते हैं तो Migraine , सिरदर्द के अलावा हार्ट संबंधी परेशानियों से भी निजात पा सकते हैं।
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