बहराइच: यूपी के बहराइच के बवाल में युवक राम गोपाल मिश्रा की हत्या पोस्टमार्टम रिपोर्ट से बड़ खुलासा हुआ है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक गोली मारने से पहले राम गोपाल को काफी प्रताड़ित किया गया. नुकीले हथियार से उसका शरीर गोदा गया, आंख निकालने की कोशिश हुई, करंट देकर तड़पाया गया.
गोली मारने से पहले दिया गया करंट: पोस्टमार्टम रिपोर्ट में करंट के शॉक और ब्रेन हेमरेज से उसकी मौत होने की बात सामने आई है. मौत से पहले रामगोपाल के साथ काफी बर्बरता की गई. उसके पैर के सभी नाखून खींचकर निकाले गए. माना जा रहा है कि प्लास जैसी किसी चीज से उसके पैर के सभी नाखून खींचे गए.
नुकीले हथियार से गोदा गया: इतना ही नहीं किसी नुकीले हथियार से राम गोपाल को गोदा गया. उसके शरीर पर नुकीली चीज से हमले के कई निशान मिले हैं. सिर-माथे और गाल पर नुकीले हथियार से हमले के निशान मिले हैं. आंखों के पास भी नुकीले हथियार से हमला किया गया. ऐसा लग रहा है मानो उसकी आंख निकालने की कोशिश की गई हो.
राम गोपाल मिश्रा की मौत कैसे हुई: राम गोपाल की मौत की वजह ज्यादा खून बहना, शॉक और ब्रेन हेमरेज आया है. जिससे माना जा रहा है कि मौत से पहले राम गोपाल को करंट देकर तड़पाया गया. इसके बाद उसे गोली मारी गई. राम गोपाल के शरीर पर गोली के छर्रे के 35 निशान मिले हैं. माना जा रहा है कि राम गोपाल की मौत करंट के शॉक देने और प्रताड़ना से ब्रेन हेमरेज होने से हुई है.
महसी सीओ को हटाया गया: इस बीच सीएम योगी आदित्यनाथ ने बड़ी कार्रवाई करते हुए महसी सीओ रूपेंद्र गौड़ को हटा दिया है. बता दें कि दुर्गा पूजा विसर्जन को लेकर हुआ बवाल और उसके बाद भड़की हिंसा सबसे ज्यादा महसी क्षेत्र में हुई थी. इसी चलते महसी सीओ के खिलाफ कार्रवाई की गई है. उनकी जगह रामपुर के सीओ रवी खोखर को बहराइच में महसी का चार्ज दिया गया है.
बहराइच में अब शांति, पर फोर्स तैनात: सीएम योगी की सख्ती और पुलिस के आला अधिकारियों के मोर्चा लेने के बाद बहराइच के हिंसाग्रस्त क्षेत्र महाराजगंज और महसी में हालात में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है. किसी प्रकार की हिंसा की सूचना नहीं आई है. हालांकि, जो लोग घर से भागे हुए हैं या गायब हैं उनका अभी पता नहीं चला है. बाजार अभी पूरी तरह से नहीं खुले हैं. ऐहतियात के तौर पर स्कूल-कॉलेज बंद रखे गए हैं. इंटरनेट सेवा को भी अभी बहाल नहीं किया गया है.