Lawrence Bishnoi Hit List: एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या (Baba Siddiqu Murder) में नाम आने के बाद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है. सूत्रों के मुताबिक लॉरेंस बिश्नोई ने एनआईए (NIA) के सामने सनसनीखेज खुलासे किए हैं. सूत्रों के मुताबिक बिश्नोई के टारगेट्स की हिट लिस्ट में सबसे ऊपर बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान (Salman Khan) हैं, जिन्हें वो मारने की साजिश रच रहा है. लॉरेंस बिश्नोई ने कबूला है कि वो हर हाल में सलमान खान को मारना चाहता है.
मूसेवाला की हत्या के लिए भेजे थे 50 लाख रुपये
इसके साथ साथ ही लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) ने ये भी कबूल किया कि उसने गोल्डी बराड़ (Goldy Brar) के जरिए 2021 में गोगी गैंग को हथियार मुहैया कराए थे. इसके अलावा, उसने सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moosewala) की हत्या के लिए 50 लाख रुपये हवाला के जरिए भेजे थे. लॉरेंस बिश्नोई ने ये भी कबूला है कि उसका गैंग कारोबारियों से उगाही के पैसों से संचालित होता है.
लॉरेंस बिश्नोई की हिटलिस्ट में कौन कौन?
सलमान खान- बॉलीवुड सुपरस्टार
सगुनप्रीत सिंह- सिद्धू मूसेवाला का मैनेजर
मनदीप धालीवाल- बंबीहा गैंग का लीडर
कौशल चौधरी- गैंगस्टर
अमित डागर- गैंगस्टर
लकी पटियाला- बंबीहा गैंग का हेड
सुखप्रित सिंह बुद्धा- बंबीहा गैंग का दूसरा हेड
रम्मी मसाना- गौण्डर गैंग का गुर्गा
गुरप्रीत शेखों- गौण्डर गैंग का सरगना
लॉरेंस बिश्नोई की सलमान से क्यों दुश्मनी?
जेल से बेखौफ लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) करीब 700 गुर्गों के साथ गैंग संचालित कर रहा है. जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई (31) उर्फ बलकरण बराड़ की उम्र महज पांच साल थी, जब अभिनेता सलमान खान से जुड़ा काला हिरण शिकार का मामला 1998 में राजस्थान में फिल्म ‘हम साथ-साथ हैं’ की शूटिंग के दौरान हुआ था. इस मामले से बिश्नोई समाज काफी नाराज हुआ था.
छब्बीस साल बाद जेल में रहते हुए भी कुख्यात गैंगस्टर का सलमान के प्रति गहरा आक्रोश सुर्खियों में बना हुआ है. सलमान के करीबी माने जाने वाले महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता बाबा सिद्दीकी (66) की पिछले हफ्ते मुंबई में तीन हमलावरों द्वारा गोली मारकर हत्या के बाद बिश्नोई गैंग का नाम सामने आया है. मुंबई पुलिस को आशंका है कि बाबा सिद्दीकी की हत्या बिश्नोई के इशारे पर की गई, क्योंकि फेसबुक पर एक पोस्ट सामने आया था, जिसमें दावा किया गया कि जो ‘सलमान खान और दाऊद गैंग की मदद करेगा’ अपना हिसाब-किताब लगाकर रखना.
2018 में पहली बार सार्वजनिक हुई थी सलमान से दुश्मनी
पुलिस के अनुसार, लॉरेंस बिश्नोई और सलमान खान के बीच दुश्मनी पहली बार 2018 में सार्वजनिक हुई थी, जब बिश्नोई ने जोधपुर में एक अदालत में पेशी के दौरान कहा था, ‘हम सलमान खान को मार देंगे. एक बार जब हम कार्रवाई करेंगे तो सभी को पता चल जाएगा. मैंने अभी तक कुछ नहीं किया है, वे मुझ पर बिना किसी कारण के अपराध का आरोप लगा रहे हैं.’ तब से, अभिनेता को कई बार जान से मारने की धमकियां मिल चुकी हैंऔर यह मामला इस साल अप्रैल में उस समय सुर्खियों में छा गया था, जब सलमान के बांद्रा स्थित आवास के बाहर बिश्नोई गैंग के दो गुर्गे ने गोलियां चलाई थीं, जिन्हें बाद में गिरफ्तार कर लिया गया था.
जेल से लॉरेंस ने कई घटनाओं को दिया अंजाम
अधिकारी ने कहा कि जेल में बंद होने के बावजूद लॉरेंस बिश्नोई 2022 में पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला, 2023 में करणी सेना प्रमुख सुखदेव सिंह गोगामेड़ी समेत कई जाने माने लोगों की हत्या करने में कथित तौर पर कामयाब रहा. इसके अलावा उसने कनाडा में गायक एपी ढिल्लों और गिप्पी ग्रेवाल के घरों के बाहर गोलीबारी की भी साजिश रची. गैंग ने सितंबर 2023 में खालिस्तानी समर्थक सुखा दुनेके की हत्या की जिम्मेदारी भी ली है.
लॉरेंस बिश्नोई ने कभी नहीं की किसी की हत्या
दिल्ली पुलिस के रिकॉर्ड के अनुसार, लॉरेंस बिश्नोई ने खुद कभी किसी की हत्या नहीं की, फिर भी वह सबसे खूंखार गैंगस्टर में से एक बन गया है, जो गुजरात की जेल से गिरोह चला रहा है. उसकी कार्यप्रणाली भगोड़े अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम कासकर जैसी ही है. राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) के अनुसार, लॉरेंस बिश्नोई का अब देश भर में 700 सदस्यों का एक मजबूत गिरोह है, जिसमें शार्पशूटर भी शामिल हैं, तथा उन्हें गोल्डी बराड़, सचिन थापन, अनमोल बिश्नोई, विक्रमजीत सिंह, काला जठेड़ी और काला राणा जैसे अन्य कुख्यात गैंगस्टर की मदद भी मिलती है.
लॉ ग्रेजुएट है लॉरेंस बिश्नोई
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, लॉरेंस बिश्नोई पंजाब के फाजिल्का जिले का रहने वाला है, जिसने चंडीगढ़ में पंजाब यूनिवर्सिटी से लॉ में ग्रेजुएशन किया है. रिकॉर्ड के अनुसार, किसान के बेटे बिश्नोई के पास पंजाब में लगभग 100 एकड़ ज़मीन है. उसके दाहिने हाथ पर हनुमानजी का टैटू बना हुआ है और वह अपनी ड्राइविंग और सटीक निशाना साधने की क्षमता के लिए जाना जाता है. बिश्नोई का छोटा भाई अनमोल, जो राजस्थान के एक कॉलेज में पढ़ता था, अब उसके गिरोह में शामिल हो गया है, जो देश के बाहर से अपनी गतिविधियां संचालित करता है.
पढ़ाई के दौरान क्राइम की दुनिया में रखा कदम
बिश्नोई ने 2010 में पंजाब यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के दौरान अपराध की दुनिया में कदम रखा था, जब उसने छात्रसंघ चुनावों के दौरान एक प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार पर गोली चलाई थी, जिसके लिए उसे तीन महीने जेल में बिताने पड़े थे. ग्रेजुएश की पढ़ाई के दौरान ही उसने यूनिवर्सिटी चुनाव भी लड़ा और छात्रसंघ का अध्यक्ष बन गया. पंजाब में चार आपराधिक मामलों में दोषी करार दिए जाने वाला लॉरेंस बिश्नोई महाराष्ट्र पर नजर गड़ाने से पहले ज्यादातर पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली में सक्रिय रहा है. उसे जबरन वसूली, हत्या, हत्या का प्रयास और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत अपराध के लिए दोषी ठहराया गया है.