लिफ्ट में फांसी मां बेटी को घंटे की मशक्कत के बाद निकल गया बाहर, वीडियो सोशल मीडिया पर हुआ वायरल

संचार न्यूज़। ग्रेटर नोएडा वेस्ट लिफ्ट में लोगों के फंसने के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ताजा मामला ग्रेटर नोएडा वेस्ट की पंचसील हाईनिश सोसायटी का है जहाँ माँ बेटी लिफ्ट में फस गयी। शोर मचाने के बाद मौके पर पहुचे लोगो ने काफी मशक्कत की लेकिन लिफ्ट नही खुली। घंटो बाद इंजीनियर के आने के बाद फंसे लोगों को बाहर निकाला गया।

 

दरअसल, उत्तर प्रदेश में लिफ्ट एक्ट लागू होने के बाद भी ग्रेटर नोएडा वेस्ट में लगातार लिफ्ट के मामले बढ़ते जा रहे हैं। जिससे लोगों को घंटे लिफ्ट में फंसा रहना पड़ता है बिल्डर व प्राधिकरण से भी बार-बार शिकायत करने के बाद सोसाइटी में लगी लिफ्टो में कोई सुधार नहीं किया जा रहा है। अधिकांश सोसाइटी में लिफ्ट फंसने के मामलों में मेंटेनेंस व बिल्डर की लापरवाही सामने आ रही है लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।

ग्रेटर नोएडा वेस्ट में गुरुवार देर रात पंचशील हाईनीस सोसाइटी में रहने वाली सीमा और उसकी बेटी जब 12 वे फ्लोर से लिफ्ट में सवार होकर ग्राउंड फ्लोर के लिए जा रही थी। तभी लिफ्ट ग्राउंड फ्लोर पर पहुंचने के बाद झटका लेकर बंद हो गई। जिसके बाद दोनों मां बेटी इस लिफ्ट में फंस गयी। लिफ्ट के अंदर फंसे होने के बाद काफी शोर मचाने पर आसपास के लोग लिफ्ट के पास इकट्ठा हो गए। उन्होंने मेंटेनेंस विभाग के कर्मचारियों को मौके पर बुलाया और लिफ्ट को खोलने का प्रयास किया। लेकिन काफी मशक्कत करने के बाद भी लिफ्ट नहीं खुली जबकि लिफ्ट के अंदर फांसी हुई मां बेटी लगातार घबरा रही थी। लिफ्ट में फांसी हुई मां बेटी को निकालने का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें लिफ्ट से बाहर निकलने का प्रयास किया जा रहा है।

लिफ्ट में फंसी महिला सीमा के पति मनीराम गुप्ता ने बताया कि काफी प्रयास के बाद भी लिफ्ट नहीं खुली जिसके बाद इंजीनियर को फोन कर के बुलाया गया। लगभग एक घंटे के बाद जब इंजीनियर आया तो उसने लिफ्ट को खोला उसके बाद सीमा और उसकी बेटी लिफ्ट से बाहर निकल पाई। मनीराम गुप्ता ने कहा कि बिल्डर के द्वारा मेंटेनेंस चार्ज के रूप में मोटी रकम वसूली जा रही है लेकिन सोसायटी के रहने वाले लोगों को सुविधाओं के नाम पर कुछ नहीं दिया जा रहा है। लिफ्ट में लगभग एक घंटे तक फांसी रहने के बाद उसकी पत्नी सीमा और उसकी बेटी की तबीयत खराब हो गई। उन्होंने आरोप लगाया कि बिल्डर के द्वारा मेंटेनेंस विभाग में ऐसे कर्मचारियों को नियुक्त किया गया है जो आपात स्थिति में लिफ्ट को भी नहीं खोल पाए।

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