नई दिल्ली. टेक्नोलॉजी सर्विस प्रोवाइडर सी-एज टेक्नोलॉजीज पर साइबर हमला होने से देशभर के लगभग 300 छोटे वित्तीय संस्थानों के ग्राहकों को एटीएम से नकदी निकालने और यूपीआई का इस्तेमाल करने में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. अधिकारियों ने कहा कि इस तकनीकी समस्या का असर उन सहकारी बैंकों और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के ग्राहकों पर पड़ा है जो एसबीआई और टीसीएस के जॉइंट वेंचर सी-एज पर निर्भर हैं. हालांकि, अन्य बैंकिंग सेवाएं सामान्य रूप से काम कर रही हैं.
अधिकारियों ने कहा कि सी-एज टेक्नोलॉजीज के सिस्टम में सेंधमारी का पता चलने के बाद पिछले दो दिनों से इस मुद्दे का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि बड़ी भुगतान प्रणाली की सुरक्षा के लिए सी-एज सिस्टम को अलग करने से लेकर जरूरी सावधानियां बरतनी पड़ीं. हालांकि, अधिकारियों ने कहा कि इस सुरक्षा उल्लंघन के कारण वित्तीय नुकसान की कोई सूचना नहीं मिली है.
भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) ने देर शाम एक बयान में कहा, ‘‘सी-एज टेक्नोलॉजीज पर संभवतः रैनसमवेयर हमला हुआ है, जिससे उनके कुछ सिस्टम प्रभावित हुए हैं.’’ उन्होंने कहा कि कंपनी को एनपीसीआई द्वारा संचालित रिटेल पेमेंट सिस्टम तक पहुंच से सी-एज को अस्थायी रूप से अलग-थलग करना पड़ा. उन्होंने कहा कि सी-एज टेक्नोलॉजीज के साथ पेमेंट सिस्टम की बहाली के लिए युद्धस्तर परक काम किया जा रहा है और एक जरूरी सेफ्टी रिव्यू भी प्रक्रिया में है.
इस बीच, उद्योग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सी-एज के सिस्टम में रैनसमवेयर पाया गया है और उसे हटाए जाने के बाद तीसरे पक्ष ने ऑडिट किया. सब कुछ योजना के अनुरूप होने पर यह गुरुवार सुबह या दोपहर तक चालू हो जाएगा. इस अधिकारी ने कहा कि प्रभावित हुए वित्तीय संस्थानों की देशभर में कुल भुगतान प्रणाली की मात्रा में एक प्रतिशत से भी कम हिस्सेदारी है. भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ के चेयरमैन दिलीप संघानी ने कहा कि गुजरात के 17 जिला सहकारी बैंकों समेत देश भर के लगभग 300 बैंक पिछले दो-तीन दिनों से समस्याओं का सामना कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बैंकों को 29 जुलाई से परेशानी हो रही है और सॉफ्टवेयर कंपनी के अधिकारी इसे तकनीकी खराबी बता रहे हैं.