एजुकेशनट्रेंडिंगबिजनेस

Pink Tax को लेकर सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस, जानिए कैसे एक वीडियो ने खोल दी बड़ी-बड़ी कंपनियों की पोल!

Pink Tax: सेल्स टैक्स, सर्विस टैक्स, इनकम टैक्स, गुड्स एण्ड सर्विस टैक्स (GST), गिफ्ट टैक्स, कैपटल गेन टैक्स, वैल्यू एडिड टैक्स (VAT) जैसे टैक्स के नाम तो आपने सुने ही होंगे। लेकिन क्या आपने कभी पिंक टैक्सhttps://en.wikipedia.org/wiki/Pink_tax ( Pink Tax) के बारे में सुना था? अगर नहीं तो हम आपको बता दें कि पिंक टैक्स (Pink Tax) महिलाओं के प्रोडक्ट्स पर लगाया जाने वाला टैक्स होता है। कुछ समय पहले तक इसकी जानकारी एक बड़ी आबादी को नहीं थी। लेकिन अब यह सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है। एंटरप्रेन्यॉर किरण मजूमदार शॉ ने महिलों के खिलाफ हो रहे भेदभाव के खिलाफ आवाज बुलंद की है।

क्या है Pink Tax?

Pink Tax शब्द सबसे पहले साल 2015 में प्रचलन में आया जब न्यूयॉर्क डिपार्टमेंट ने एक जैसी साइज, एक जैसी कैटेगरी, एक जैसी क्वान्टिटी वाले कई प्रोडक्टस पर स्टडी की। स्टडी में पाया गया कि पुरुषों के लिए बने प्रोडक्ट और उसी काटेगरी में महिलाओं के लिए बने प्रोडक्ट्स के दामों में अंतर है। पुरुषों के प्रोडक्ट के मुकाबले महिलाओं के प्रोडक्ट के लिए ज्यादा कीमत वसूली जा रही। ऐसे प्रोडक्टस की लंबी लिस्ट है।

किरण मजूमदार ने Pink Tax के खिलाफ उठाई आवाज

भारतीय फार्मास्युटिकल दिग्गज बायोकॉन (Biocon) की फाउंडर किरण मजूमदार शॉ ने अपने एक्स हैंडल से एक वीडियो शेयर किया है। वीडियो के साथ उन्होंने कैप्शन में लिखा, “पिंक टैक्स! यह एक शर्मनाक लैंगिक पूर्वाग्रह है जिसका जवाब महिलाओं को ऐसे उत्पादों से दूर रहकर देना चाहिए! ” दरअसल, वीडियो में बताया गया है कि कैसे पुरुषों के प्रोडक्ट और महिलाओं के प्रोडक्ट के मूल्य में अंतर होता है। (Pink Tax) वीडियो में आप देखेंगे कि डॉ संजय अरोड़ा दिखा रहे हैं कि एक ही कंपनी की और एक ही साइज की लिप बाम महिलाओं के लिए 35% अधिक, एक प्‍लेन रेजर 10% अधिक, और एक साधारण टी-शर्ट 50% तक अधिक कीमत पर मिलती है।

वीडियो में डॉ. संजय अरोड़ा ने बताया कि एक ही ब्रांड में जहां पुरुष के लिप बाम की कीमत 150 है तो वहीं महिलाओं के लिप बाम की कीमत 250 रुपये है। एक ही कैटगरी के प्लेन रेजर के लिए जहां पुरुष 70 रुपये चुकाते हैं, वहीं महिलाओ को 80 रुपये देने पड़ते हैं। (Pink Tax) इसी तरह एक ही डियॉडरेंट जहां पुरुषों का 105 रुपये में आ जाता है वहीं महिलाओं को इसके लिए 115 रुपये का भुगतान करना पड़ता है। ऐसे कई प्रॉडक्ट्स के बारे में संजय अरोड़ा वीडियो में बताते नजर आ रहे हैं।

किरण मजूमदार शॉ की पोस्ट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है जिसे अब तक 5 लाख से अधिक व्यूज मिले हैं। इस मुद्दे को लेकर सोशल मीडिया यूजर्स अपनी अपनी राय रख रहे हैं। डॉ राजेश सिंह ने लिखा, ‘मैं लगातार महिलाओं के उत्पादों की उच्च लागत की ओर इशारा करता हूं। पिंक टैक्स विभिन्न स्थानों पर प्रचलित है। यह देखकर बहुत अच्छा लगा कि वह इस ओर ध्यान आकर्षित कर रहे हैं और आप इस मुद्दे को बढ़ा रहे हैं। उम्मीद है, अधिक आवाजें इसमें शामिल होंगी और पिंक टैक्स को खत्म करने पर जोर देंगी।”

इस वीडियो पर कई यूजर्स ने भी अपनी राय व्यक्त की है। कई लोगों ने कहा है कि महिलाओं को इसके खिलाफ आवाज उठानी चाहिए। कई यूजर्स इसे गलत बता रहे हैं तो कई लोग चिंता भी जाहिर कर रहे हैं कि कहीं अब पुरुषों के प्रॉडक्ट के दाम भी ना बढ़ा दिए जाएं। बहरहाल, पिंक टैक्स पर आप क्या कहना चाहेंगे?

Related Articles

Back to top button