Hardeep Singh Nijjar Murder: कैनेडियन ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन (Canadian Broadcasting Corporation) ने शुक्रवार को कहा कि कनाडाई कानून प्रवर्तन एजेंसियों(Canadian law enforcement agencies) ने शुक्रवार को एक हिट स्क्वाड के सदस्यों को गिरफ्तार किया, जो कथित तौर पर पिछले साल ब्रिटिश कोलंबिया(British Columbia) में खालिस्तान समर्थक आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या(Hardeep Singh Nijjar Murder) से जुड़ा था। ब्रॉडकास्टर ने अपनी रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से दावा किया कि संदिग्धों की पहचान कुछ महीने पहले की गई थी, हालांकि एजेंसियां उन पर कड़ी नजर रख रही थीं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि गिरफ्तार(arrested) किए गए संदिग्धों ने कथित तौर पर उस योजना में शूटर, ड्राइवर और मुखबिरों की अलग-अलग भूमिका निभाई है, जिसके कारण सरे(Surrey) में गुरु नानक सिख गुरुद्वारे(Guru Nanak Sikh Gurdwara) में खूंखार खालिस्तानी आतंकवादियों(Khalistani terrorists) को मार गिराया गया।
शुक्रवार को सरे(Surrey) अदालत में जमा किए गए दस्तावेजों के अनुसार, कमलप्रीत सिंह, करणप्रीत सिंह और करण बराड़ पर निज्जर मामले में प्रथम श्रेणी की हत्या और साजिश का आरोप है। CBC रिपोर्ट में कहा गया है कि ये आरोप अभी तक अदालत( Court) में साबित नहीं हुए हैं।
जून 2023 में अज्ञात हमलावरों ने निज्जर की गोली मारकर हत्या(Hardeep Singh Nijjar Murder) कर दी थी
खालिस्तान समर्थक आतंकवादी(pro-Khalistan terrorists) और प्रतिबंधित संगठन खालिस्तान टाइगर फोर्स(Banned organization Khalistan Tiger Force) के प्रमुख निज्जर की पिछले साल 18 जून को कनाडा के सरे(Surrey) में एक गुरुद्वारा पार्किंग के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। केटीएफ(Khalistan Tiger Force) प्रमुख अपने ट्रक के अंदर थे, जब एक सफेद सेडान ने आकर गुरुद्वारा पार्किंग के बाहर उनका रास्ता रोक दिया, जिसमें कथित तौर पर शूटर बैठे थे।
कनाडा ने भारत सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
उनकी हत्या के बाद, कनाडाई प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो(Canadian Prime Minister Justin Trudeau) ने भारत सरकार और एजेंसियों का हाथ होने का आरोप लगाया, यह दावा निराधार और सबूत रहित है, हालांकि, भारत सरकार(Indian government) ने आरोपों को निराधार बताया है।
कनाडाई प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो(Canadian Prime Minister Justin Trudeau) ने एक संसदीय संबोधन के दौरान 18 जून को निज्जर की हत्या(Hardeep Singh Nijjar Murder) में भारतीय एजेंटों की “संभावित” भूमिका का आरोप लगाया। भारत ने इन दावों को ‘बेतुका’ और ‘राजनीति से प्रेरित’ बताते हुए तुरंत खारिज कर दिया।
बढ़ते तनाव के बीच दोनों देशों ने कई राजनयिकों को निष्कासित(Diplomats expelled) कर दिया. भारत ने भी अस्थायी रूप से कनाडाई नागरिकों को वीजा जारी करना बंद कर दिया और ओटावा से भारत में अपनी राजनयिक उपस्थिति(diplomatic presence) कम करने का आग्रह किया। नतीजतन, कनाडा ने भारत से 41 राजनयिकों और उनके परिवारों को वापस ले लिया।