सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रही हैं Ghibli Trend वाली तस्वीरें, प्राइवेसी पर मंडरा रहा खतरा
Ghibli Trend : गलती से भी टेक्नोलॉजी को हल्के में लेने की कोशिश करना बंद कर दें। इन तस्वीरों या छवियों को किसी भी मीडिया पर बेतरतीब ढंग से साझा करने का आपका कदम आपको परेशानी में डाल सकता है।
Ghibli Trend : ओपन एआई के चैटजीपीटी ने एक नया टूल लॉन्च किया है। जिसमें यूजर अपनी साधारण फोटो को स्टूडियो घिबली की मदद से चंद सेकंड में बदल सकते हैं। लेकिन जैसे-जैसे Ghibli-themed वाली तस्वीरें इंटरनेट पर वायरल हो रही हैं, ओपन एआई टीम पर दबाव बढ़ रहा है।
क्या है Ghibli Studio Effect
उल्लेखनीय है कि 1985 में स्थापित स्टूडियो Ghibli ने अपने हाथ से बनाए गए एनीमेशन और भावनात्मक कहानियों से दुनिया भर में लाखों दिलों को जीत लिया है। माई नेबर टोटोरो, स्पिरिटेड अवे और प्रिंसेस मोनोनोके जैसी फिल्में दर्शकों को स्वप्नलोक में ले जाती हैं। घिबली की यही विशेषता है जो इसे कृत्रिम बुद्धिमत्ता छवि प्रवृत्ति में इतना लोकप्रिय बना रही है।
Ghibli Trend प्राइवेसी पर मंडरा रहा खतरा
इन दिनों लोगों के बीच Ghibli Trend का चलन काफी लोकप्रिय हो रहा है। राजनेताओं से लेकर बड़ी हस्तियां तक अनोखे अंदाज में अपनी तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर कर रही हैं। लोग फेसबुक, इंस्टाग्राम और एक्स जैसे विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर अपनी Ghibli-themed की तस्वीरें साझा कर रहे हैं। लोग अनजाने में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) द्वारा बनाई गई छवियों को साझा कर रहे हैं, लेकिन वे यह महसूस नहीं कर रहे हैं कि वे जो इमेज (Ghibli Trend ) अपलोड कर रहे हैं, उनका भविष्य में कहां और कैसे उपयोग किया जा सकता है। उनके द्वारा साझा की गई जानकारी कितनी सुरक्षित है?
सबसे पहले तो आप गलती से भी टेक्नोलॉजी को हल्के में लेने की कोशिश करना बंद कर दें। इन तस्वीरों या छवियों को किसी भी मीडिया पर बेतरतीब ढंग से साझा करने का आपका कदम आपको परेशानी में डाल सकता है। यहां यह उल्लेखनीय है कि कुछ समय पहले क्लियरव्यू एआई नामक कंपनी पर बिना अनुमति के सोशल मीडिया और समाचार वेबसाइटों से तीन अरब से अधिक तस्वीरें चुराने का आरोप लगा था। यह जानकारी पुलिस और निजी कंपनियों को बेची गई।
इसके अलावा पिछले साल मई में ऑस्ट्रेलियाई कंपनी आउटबॉक्स का डेटा भी लीक हुआ था और उस समय भी 10 लाख से ज्यादा लोगों के फेशियल स्कैन, ड्राइविंग लाइसेंस और पते चोरी हो गए थे। यह डेटा एक वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया, जिसके कारण हजारों लोग पहचान की चोरी और ऑनलाइन धोखाधड़ी का शिकार हो गए।
आप इन एआई-जनरेटेड छवियों को देखने या साझा करने का आनंद ले सकते हैं, लेकिन स्टैटिस्टा की एक रिपोर्ट का अनुमान है कि चेहरे की आइडेंटिफिकेशन टेक्नोलॉजी का बाजार 2025 तक 5.73 बिलियन डॉलर और 2031 तक 14.55 बिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगा।
- अगर आप नहीं चाहते कि आपकी पहचान का दुरुपयोग हो, तो रहें सावधान
- AI ऐप्स पर फ़ोटो अपलोड करना तुरंत बंद करें।
- जितना संभव हो सके सोशल मीडिया पर उच्च-रिज़ॉल्यूशन वाली तस्वीरें अपलोड करने से बचें।
- इसके अलावा, फेस अनलॉक के बजाय मजबूत पासवर्ड या पिन का उपयोग करें।
- कैमरा डाउनलोड करते समय किसी भी अज्ञात ऐप को कैमरा एक्सेस न दें।
- एआई और चेहरे की पहचान तकनीक के अवैध उपयोग के खिलाफ सख्त कानून बनाने के लिए सरकार और तकनीकी कंपनियों के समक्ष अपनी आवाज उठाएं।
स्टूडियो Ghibli इतना लोकप्रिय क्यों
Since this utter garbage is trending, we should take a look at what Hayao Miyazaki, the founder of Studio Ghibli, said about machine created art. https://t.co/1TMPcFGIJE pic.twitter.com/IvaM9WZL3T
— Nuberodesign (@nuberodesign) March 26, 2025
स्टूडियो Ghibli एक जापानी एनीमेशन हाउस है जिसकी फिल्मों के प्रशंसक दुनिया भर में हैं। इस स्टूडियो ने ‘स्पिरिटेड अवे’ और ‘माई नेबर टोटोरो’ जैसी क्लासिक फिल्में बनाई हैं। स्टूडियो घिबली की स्थापना 1985 में टोक्यो में तीन एनीमेशन दिग्गजों – हयाओ मियाज़ाकी, ईसाओ ताकाहाटा और तोशियो सुजुकी द्वारा की गई थी।