Delhi Heatwave Deaths: दिल्ली के RML और सफदरजंग तथा LNJP अस्पतालों में पिछले 24 घंटों में संदिग्ध गर्मी से संबंधित बीमारियों के कारण कुल 22 मौतें दर्ज की गई हैं, अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
दिल्ली पिछले कुछ दिनों से भीषण गर्मी से जूझ रही है। गुरुवार सुबह हल्की बारिश के कारण कुछ राहत मिली।
दिल्ली के अस्पतालों में हीटस्ट्रोक के कारण मरने वालों और मरीजों की संख्या में वृद्धि देखी गई है।
सफदरजंग अस्पताल के अधिकारियों के अनुसार, गर्मी से संबंधित बीमारियों(heat-related illnesses) से पीड़ित 33 मरीजों को भर्ती कराया गया था। उनमें से 13 की पिछले 24 घंटों में मौत हो गई, उन्होंने बताया। अस्पताल के एक सूत्र ने बताया कि राम मनोहर लोहिया अस्पताल(RML Hospital) में पिछले 24 घंटों में संदिग्ध हीटस्ट्रोक के 22 मरीज आए, जिनमें से चार की मौत हो गई।
एक आधिकारिक सूत्र ने बताया कि दिल्ली सरकार द्वारा संचालित एलएनजेपी अस्पताल(LNJP Hospital) के कैजुअल्टी वार्ड में 17 मरीज भर्ती हैं, जबकि पिछले 24 घंटों में वार्ड में पांच मरीजों की मौत हो गई।
इस बीच, शहर के मुख्य श्मशान घाट – निगमबोध घाट – पर दाह संस्कार की संख्या में वृद्धि देखी गई है। हालाँकि, अधिकारी यह पुष्टि नहीं कर सके कि मौतें हीटस्ट्रोक से संबंधित थीं या नहीं।
निगमबोध घाट संचालन समिति(Nigambodh Ghat Operating Committee) के महासचिव सुमन गुप्ता ने बताया कि बुधवार को निगमबोध घाट पर अंतिम संस्कार के लिए 142 शव लाए गए, जो कि प्रतिदिन आने वाले औसत 50-60 शवों से करीब 136 प्रतिशत अधिक है। निगमबोध घाट संचालन समिति श्मशान घाट पर शवदाह गृह का संचालन संभालती है।
मंगलवार को भी यह संख्या अधिक थी, जब शहर के सबसे पुराने और सबसे बड़े श्मशान घाट पर 97 शवों का अंतिम संस्कार किया गया।
गुप्ता ने कहा, “आमतौर पर यहां प्रतिदिन 50-60 शव अंतिम संस्कार के लिए लाए जाते हैं। पिछले कुछ दिनों में यह संख्या बढ़ी है। आज सुबह से 35 शवों का अंतिम संस्कार किया गया है और दिन के अंत तक यह संख्या बढ़ सकती है।”