वाराणसी: कांग्रेस की महिला नेता रोशनी कुशल जायसवाल को 15 सितंबर 2024 को लालपुर पांडेयपुर थाना क्षेत्र के प्रेमचंद नगर कॉलोनी में भारतीय जनता पार्टी के समर्थक राजेश सिंह के साथ मारपीट व बदसूलकी के मामले में अब तक कोर्ट में पेश न होने की वजह से कुर्की का नोटिस जारी कर दिया है.
रोशनी कुशल जायसवाल और उनके समर्थकों पर पिछले दिनों राजेश सिंह की पत्नी की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया था. यह मुकदमा सिविल इंजीनियर डिवीजन की अदालत में चल रहा है. लंबे वक्त से पुलिस रोशनी जयसवाल की तलाश कर रही है, लेकिन उनका कोई पता नहीं चला है. जिसके बाद वाराणसी कोर्ट ने उसे फरार घोषित करते हुए विवेचना अधिकारी को रोशनी के घर और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर कुर्की का नोटिस चस्पा करने का आदेश दिया है.
वादी पक्ष के अधिवक्ता विवेक शंकर तिवारी ने बताया कि सिविल जज सीनियर डिवीजन की अदालत में अनु सिंह के द्वारा दर्ज कराए गए मुकदमे में सुनवाई जारी है. इस मामले में लगातार कोर्ट से अनुपस्थित चल रहीं कांग्रेस नेता रोशनी कुशल जायसवाल पर अब कोर्ट ने सख्त रूप अपनाया है. कोर्ट ने रोशनी के घर और संपत्ति की कुर्की का नोटिस चस्पा करते हुए डुगडुगी पिटवाकर घोषणा करने के लिए भी कहा है.
बता दें कि 15 सितंबर 2024 को रोशनी अपने समर्थकों के साथ लालपुर पांडेयपुर के रहने वाले भारतीय जनता पार्टी के नेता राजेश सिंह के घर पर पहुंची थीं. रोशनी का आरोप था कि उसके सोशल मीडिया अकाउंट पर राजेश सिंह ने अश्लील कमेंट किए हैं. जिसके बाद उसने राजेश सिंह के घर के बाहर जमकर हंगामा किया था और राजेश सिंह के साथ मारपीट और तोड़फोड़ भी की थी.
इस मामले में राजेश सिंह को पूछताछ के लिए पुलिस ने बुलाया था. जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी के लोगों ने देर रात तक थाने पर धरना प्रदर्शन किया था. बाद में अधिकारियों ने मामले को संभाला और देर रात संयुक्त पुलिस आयुक्त एस चन्नाप्पा ने रोशनी के पति को गिरफ्तार किया लेकिन रोशनी नहीं पकड़ी गई.