BSNL 4G in India: जल्द शुरू होगी बीएसएनएल की 4जी सेवा, स्वदेशी टेक्नोलॉजी का होगा इस्तेमाल
BSNL 4G in India: 4G नेटवर्क अपग्रेड करने के लिए टीसीएस, तेजस नेटवर्क और सरकारी स्वामित्व वाली आईटीआई से बीएसएनएल को लगभग रु 19,000 करोड़ के ऑर्डर मिले हैं। इस नेटवर्क को कुछ समय बाद 5G में भी अपग्रेड किया जाएगा।
BSNL 4G in India: सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) इस साल अगस्त से देशभर में 4जी सेवाएं शुरू करेगी। समाचार एजेंसी पीटीआई ने सोमवार (6 मई) को एक अधिकारी के हवाले से यह जानकारी दी है। एजेंसी के मुताबिक, बीएसएनएल की यह सेवा पूरी तरह से स्वदेशी टेक्नोलॉजी पर आधारित होगी। इस स्वदेशी तकनीक को आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) और टेलीकॉम रिसर्च ऑर्गनाइजेशन C-DoT के एक ग्रुप द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया है। इसका इस्तेमाल करते हुए बीएसएनएल ने पंजाब में 4जी सेवा शुरू की और करीब 8 लाख ग्राहकों को जोड़ा।
पीटीआई के मुताबिक, बीएसएनएल के अधिकारियों ने 4जी नेटवर्क पर 40-45 मेगाबिट प्रति सेकेंड की हाई स्पीड का दावा किया है, जिसे पायलट चरण के दौरान 700 मेगाहर्ट्ज के प्रीमियम स्पेक्ट्रम बैंड के साथ-साथ 2,100 मेगाहर्ट्ज बैंड में लॉन्च किया गया था।
पिछले साल स्थापित की गई थी यह टेक्नोलॉजी
रिपोर्ट के मुताबिक, C-DOT की 4जी टेक्नोलॉजी कोर पंजाब में बीएसएनएल नेटवर्क (BSNL 4G in India) में बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रही है। इसकी स्थापना पिछले साल जुलाई में हुई थी। ऐसी जटिल टेक्नोलॉजी को विकसित करने में 12 महीने तक का समय लगता है, लेकिन C-DOT कोर ने सिर्फ 10 महीने में ही यह कर दिखाया है।
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5जी में अपग्रेड संभव
कोर नेटवर्क एक ग्रुप है जिसमें टेलीकॉम सेवा से संबंधित नेटवर्क हार्डवेयर, डिवाइस और सॉफ्टवेयर शामिल हैं। यह ग्रुप टेलीकम्युनिकेशंस नेटवर्क में बुनियादी सेवाओं जैसे एकत्रीकरण, कॉल नियंत्रण, स्विचिंग, प्रमाणीकरण, चार्जिंग, गेटवे कार्यक्षमता आदि में मदद करता है।
4G नेटवर्क अपग्रेड करने के लिए टीसीएस, तेजस नेटवर्क और सरकारी स्वामित्व वाली आईटीआई से बीएसएनएल को लगभग रु 19,000 करोड़ के ऑर्डर मिले हैं। इस नेटवर्क को बाद में 5G में अपग्रेड किया जा सकता है।
लगाए जा रहे 1.12 लाख टावर
बीएसएनएल पूरे भारत में 4जी और 5जी सेवाओं के लिए 1.12 लाख टावर लगाने की तैयारी में है। कंपनी ने देशभर में 4जी सर्विस के लिए 9,000 से ज्यादा टावर लगाए हैं। इनमें से 6,000 से अधिक टावर पंजाब, हिमाचल प्रदेश, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और हरियाणा सर्कल में हैं।
एक अधिकारी ने कहा कि ‘बीएसएनएल पिछले 4-5 सालों से केवल 4जी-सक्षम सिम ही बेच रहा है। ऐसे में उन्हीं ग्राहकों को 4जी सेवा का अनुभव लेने के लिए पुराना सिम हटाकर नया सिम लेना होगा।
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एयरटेल और जियो से काफी पीछे बीएसएनएल
पीएम मोदी ने लॉन्च किया 6G नेटवर्क का रोडमैप भारत में 2030 तक 6G सर्विस लॉन्च होने की उम्मीद है। इस मामले में बीएसएनएल काफी पीछे है। कंपनी 4जी के साथ-साथ 5जी सर्विस भी लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। जनवरी-2023 में केंद्रीय आईटी और टेलिकॉम मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव ने कहा था कि बीएसएनएल अपनी 5जी सेवा अप्रैल 2024 तक लॉन्च करेगा। वहीं, एयरटेल और जियो ने अक्टूबर-2022 में भारत में 5G सेवाएं लॉन्च कीं।
नंबर वन मोबाइल ऑपरेटर था बीएसएनएल
भारत के पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 19 अक्टूबर, 2002 को लखनऊ से बीएसएनएल मोबाइल सेवा शुरू की थी। लॉन्च के महज 1-2 साल के अंदर ही यह भारत की नंबर वन मोबाइल सेवा बन गई। निजी ऑपरेटरों ने बीएसएनएल के लॉन्च से महीनों पहले मोबाइल सेवाएं शुरू कीं, लेकिन बीएसएनएल के ‘सेलवन’ ब्रांड की मांग काफी बढ़ गई थी।
जब बीएसएनएल की सेवाएं शुरू की गई थीं, तब प्राइवेट ऑपरेटर आउटगोइंग कॉल के लिए 16 रुपये प्रति मिनट और इनकमिंग कॉल के लिए 8 रुपये प्रति मिनट चार्ज कर रहे थे। बीएसएनएल ने इनकमिंग कॉल फ्री कर दी और आउटगोइंग कॉल की कीमत डेढ़ रुपये कम हो गई थी। 2002-2005 का यह काल बीएसएनएल का स्वर्ण युग था। हर कोई बीएसएनएल का सिम चाहता था। सीम को खरीदने के लिए लोग 3-7 किलोमीटर लंबी लाइन में घंटों तक खड़े रहते थे।
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देश में 116 करोड़ से ज्यादा मोबाइल युजर्स
भारत में टेलीकॉम कंपनियों का हिसाब-किताब रखने वाली टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) के फरवरी 2024 के आंकड़ों के मुताबिक, जनवरी 2024 के मुकाबले फरवरी में देशभर में 39,30,625 मोबाइल ग्राहकों की बढ़ोतरी हुई। जनवरी में जहां देशभर में 116.07 करोड़ मोबाइल ग्राहक थे, वहीं फरवरी में इनकी संख्या बढ़कर 116.46 करोड़ हो गई।