Holi 2024: होली एक प्रमुख हिंदू धार्मिक पर्व है जो भारतीय सभ्यता और संस्कृति में गहरी रूप से स्थापित है। यह फागुन मास के शुक्ल पक्ष में मनाया जाता है। हर साल पूरे देशभर में होली का आयोजन बड़े उत्साह और धूमधाम के साथ किया जाता है। होली का त्यौहार भारत के साथ-साथ नेपाल, बांग्लादेश, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा जैसे कई देशों में भी प्रसिद्ध है। विश्व के अलग-अलग कोने में अलग-अलग तरह से होली (Holi 2024) खेली जाती है कहीं फूल भरी होली खेली जाती है, तो कहीं लठमार होली तो कहीं होली का नाम ही अलग होता है।
होली खेलने का तरीका भले ही सबका अलग-अलग हो लेकिन होली हर जगह रंगों के साथ ज़रूर खेली जाती है। अगर इस बार आप भी होली (Holi 2024) के मौके पर कहीं बाहर घूमने का प्लान कर रहे हैं, तो ऐसी जगहों पर रंगों का त्योहार मनाएं जहां होली बहुत अनोखी तरह से मनाई जाती है। यहां भारत की कुछ प्रसिद्ध जगहों के बारे में बताया जा रहा है, जहां अनोखी होली खेली जाती है।
लठमार होली
लठमार होली (lathmar holi) का शाब्दिक अर्थ है लाठियों और रंगों का त्योहार है। लठमार होली अपने नाम के हर पहलू के अनुरूप है। इस होली (Holi 2024) के दौरान महिलाएं डंडों या लट्ठ से पुरुषों को खेल में मारती हैं और रंग लगाती हैं। यह मुख्यता उत्तर प्रदेश के मथुरा-वृंदावन में मनाई जाती है। लठमार होली दुनियाभर में प्रसिद्ध है। भगवान श्रीकृष्ण की नगरी मथुरा में लोग लट्ठमार होली खेलने के लिए आते हैं। यहां द्वारिकाधीश मंदिर और वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में होली का जश्न बहुत धूमधाम से मनाया जाता है, जिसमें शामिल होने के लिए देश-विदेश से लोग पहुंचते हैं।
काशी की मसान होली
उत्तर प्रदेश के वाराणसी में होली (Holi 2024) का अपना अलग ही मजा है। यहां रंग और गुलाल के साथ श्मशान में चिता की भस्म से भी होली (Holi 2024) खेली जाती है। काशी में श्मशान में भी गम के बीच होली की मस्ती देखने को मिलती है। जलती चिताओं के बीच होली का ये अद्भुत और अनोखा रंग पूरे दुनिया में सिर्फ काशी में ही देखने को मिलता है।
हंपी की होली
उत्तर भारत की तरह ही दक्षिण भारत में भी होली (Holi 2024) का खुमार उत्तर प्रदेश और बिहार जैसा ही रहता है। कर्नाटक राज्य के हंपी शहर में होली के त्योहार को उत्सव की तरह मनाया जाता है। हंपी ऐतिहासिक स्थलों का शहर है, जहां होली के जश्न के साथ ही शहर की खूबसूरती को देखने के लिए पर्यटक पहुंचते हैं। होली के मौके पर हंपी की ऐतिहासि गलियों में ढोल नगाड़ों की थाप पर जुलूस निकालते हैं और नाचते गाते हैं। इस दौरान वह रंगों की होली भी खेलते हैं और बाद में हंपी में स्थित तुंगभद्रा नदी और सहायक नदियों में स्नान करने जाते हैं।
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उदयपुर की होली
राजस्थान के उदयपुर की होली (Holi 2024) भी काफी लोकप्रिय है। इसे रॉयल होली भी कहा जाता है, क्योंकि इस दौरान उदयपुर का राज परिवार शाही अंदाज में होली का आयोजन करता है, जिसमें शाही घोड़े और बैंड शामिल होते हैं। जिसे देखने के लिए लोगों की भीड़ यहां पहुंचती है।
गोवा की होली
रंगों का त्योहार नजदीक आते ही तटीय राज्य गोवा में उत्साह का माहौल हो जाता है। गोवा में मनाया जाने वाला शिगमोत्सव काफी हद तक होली (Holi 2024) के जैसा ही होता है। इस त्योहार को स्थानीय लोग अपने देवी-देवताओं की पूजा से शुरू करते हैं, जो लगभग 15 दिनों तक चलता है। शिगमोत्सव के आखिरी 5 दिनों में परेड निकाली जाती है और सांस्कृतिक आयोजन किए जाते हैं। पांचवें दिन लोग एक-दूसरे को गुलाल लगाकर इस उत्सव को मनाते हैं। इस दौरान देश-विदेश से लोग यह उत्सव देखने पहुंचते हैं।
मंजुल कुली और उक्कुली
होली (Holi 2024) का मजा लेने के लिए आप केरल में भी जा सकते हैं। केरल में खास तरीक से रंगों के त्योहार को मनाया जाता है। यहां होली को मंजुल कुली और उक्कुली के नाम से जाना जाता है। इस मौके पर लोग रंगों की होली तो नहीं खेलते हैं लेकिन होलिका दहन जरूर करते हैं। होलिका दहन के बाद प्राकृतिक तरीके से होली का त्योहार मनाते हैं।
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