चिट्ठी भेजने के लिए कबूतर को ही क्यों चुना गया, वजह सुनकर चौंक जाएंगे
वैसे तो कबूतरों को शांति का प्रतीक माना जाता है, लेकिन इनसे एक और काम कराया जाता था।
क्या आपको मालूम है कि, प्राचीन समय में कबूतरों माध्यम से संवाद किया जाता था।
कबूतरों द्वारा चिट्ठी पहुंचाई जाती थी और आज ये जगह मोबाइल फोन ने ले ली है।
हालांकि आज तक किसी को ये नहीं पता कि, आखिर इस काम के लिए कबूतर ही क्यों चुने गए?
आपने भी शायद ही कभी इस सवाल की तह तक जाने का सोचा हो।
बताते हैं कि, कबूतरों को दिशाओं का ज्ञान बेहतरीन तरीके से होता है।
कबूतरों में 53 कोशिकाओं का समूह होता है जो रास्ते याद रखने में मदद करता है।
वहीं, कबूतरों की आंख में खास किस्म का रेटिना होता है जो देखने की क्षमता को मजबूत रखता है।
यही वजह है कि, पुराने समय में कबूतरों को चिट्ठी भेजने के लिए चुना गया था।
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