केरल के वायनाड में भूस्खलन से तबाही, 41 लोगों की मौत और 70 घायल; बचाव कार्य जारी
वायनाड : केरल के वायनाड जिले में मेप्पाडी के पास विभिन्न पहाड़ी इलाकों में मंगलवार तड़के भीषण भूस्खलन हुआ. इस आपदा में 41 लोगों की मौत हो गई. वहीं, 70 लोगों के घायल होने की खबर है जबकि अभी भी कई अन्य लोगों के मलबे में फंसे होने की आशंका है. एनडीआरएफ और केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की टीम मौके पर पहुंच गई है. राहत-बचाव अभियान युद्धस्तर पर जारी है. इस हादसे पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना प्रमुख से बात की और उन्हें भूस्खलन प्रभावित केरल के वायनाड में सहायता और बचाव के लिए सेना को तैनात करने को कहा. वैसे सेना की टीमें मौके पर पहुंच गई हैं.
जिला अधिकारियों के अनुसार, प्रभावित क्षेत्रों में मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा गांव शामिल हैं. ये वर्तमान में भूस्खलन के कारण अलग-थलग हैं. मुख्यमंत्री ने खुलासा किया कि प्रयासों में सहायता के लिए दो वायु सेना के हेलीकॉप्टर जल्द ही सुलूर से वायनाड के लिए रवाना होने वाले हैं.
केरल के वायनाड जिले में भारी बारिश जारी है. इस दौरान आज तड़के मुंडकाई कस्बे में भूस्खलन हुआ. फिर करीब 4.10 बजे कलपट्टा में भी भूस्खलन हुआ. बताया जा रहा है कि कई परिवार इसमें दब गए हैं. भूस्खलन से वैथिरी तालुक, वेल्लरीमाला गांव, मेप्पाडी पंचायत प्रभावित हैं. चूरलमाला से मुंडकाई तक की सड़क बह गई.
जानकारी के अनुसार चूरलमाला कस्बे में भी भारी नुकसान पहुंचा है. केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (केएसडीएमए) ने कहा है कि प्रभावित क्षेत्र में अग्निशमन और एनडीआरएफ की कई टीम तैनात की गई है. साथ ही एनडीआरएफ की एक अतिरिक्त टीम वायनाड के लिए रवाना की गई है. केएसडीएमए द्वारा फेसबुक पर पोस्ट किए गए एक पोस्ट के अनुसार, कन्नूर डिफेंस सिक्योरिटी कॉर्प्स की दो टीमों को भी बचाव प्रयासों में सहायता के लिए वायनाड जाने का निर्देश दिया गया है. प्रभावित क्षेत्रों के स्थानीय लोगों ने बताया कि कई लोगों के फंसे होने की आशंका है. भारी बारिश के कारण बचाव अभियान में बाधा आ रही है.
पीएम राहत कोष से अनुग्रह राशि देने की घोषणा
प्रधानमंत्री ने वायनाड के कुछ हिस्सों में भूस्खलन में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की. घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, ‘वायनाड के कुछ हिस्सों में भूस्खलन से व्यथित हूं. मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है और घायलों के लिए प्रार्थना करता हूं. प्रभावित सभी लोगों की सहायता के लिए बचाव अभियान जारी है. केरल के सीएम पिनाराई विजयन से बात की और वहां की मौजूदा स्थिति के मद्देनजर केंद्र से हर संभव मदद का आश्वासन दिया.’
राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने संवेदना व्यक्त की
केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने आपदा में मारे गए लोगों के परिवारवालों के प्रति संवेदना व्यक्त की. उन्होने कहा, ‘हमारी संवेदनाएं उन सभी परिवारों के साथ हैं. मुझे बताया गया है कि भारी बारिश के कारण अभी तक हमारी टीमें भूस्खलन स्थल तक नहीं पहुंच पाई हैं और नदी ने अपना रास्ता बदल लिया है.’
राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री से हालात का जायजा लिया
लोकसभा में विपक्ष के नेता और वायनाड से पूर्व सांसद राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘मैं वायनाड में मेप्पाडी के पास हुए बड़े पैमाने पर भूस्खलन से बहुत दुखी हूं. मैंने केरल के मुख्यमंत्री और वायनाड जिला कलेक्टर से बात की है. उन्होंने मुझे आश्वासन दिया है कि बचाव अभियान जारी है. मैंने उनसे सभी एजेंसियों के साथ समन्वय सुनिश्चित करने, एक नियंत्रण कक्ष स्थापित करने और राहत प्रयासों के लिए आवश्यक किसी भी सहायता के बारे में हमें सूचित करने का अनुरोध किया है. मैं केंद्रीय मंत्रियों से बात करूंगा और उनसे वायनाड को हर संभव सहायता प्रदान करने का अनुरोध करूंगा. मैं सभी यूडीएफ कार्यकर्ताओं से बचाव और राहत कार्यों में प्रशासन की सहायता करने का आग्रह करता हूं.’
सीएम ने बचाव कार्यों को तेज करने करने के निर्देश दिए
सीएम पिनाराई विजयन ने विनाशकारी भूस्खलन के बाद वायनाड में बचाव कार्यों को तेज समन्वित करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने घोषणा की कि पूरा सरकारी तंत्र प्रयासों में सक्रिय रूप से शामिल है. मंत्री अभियान की निगरानी और समन्वय कर रहे हैं. केरल सीएमओ कार्यालय के अनुसार वायनाड चूरलमाला में बचाव अभियान में अग्निशमन एवं बचाव, नागरिक सुरक्षा, एनडीआरएफ और स्थानीय आपातकालीन प्रतिक्रिया दल के 250 सदस्य शामिल हैं. एनडीआरएफ की एक अतिरिक्त टीम को तुरंत मौके पर पहुंचने का निर्देश दिया गया है.
दो हेल्पलाइन नंबर जारी
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा, ‘वायनाड भूस्खलन के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग ने जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष खोला और आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं के लिए दो हेल्पलाइन नंबर 8086010833 और 9656938689 जारी किए हैं . वैथिरी, कलपट्टा, मेप्पाडी और मनंतवडी अस्पताल समेत सभी अस्पताल तैयार हैं. रात में ही सभी स्वास्थ्यकर्मी सेवा के लिए पहुंच गए थे. वायनाड में स्वास्थ्यकर्मियों की और टीमें तैनात की जाएंगी.
यूडीएफ विधायक टी सिद्दीकी ने बताया कि मुंडक्कई क्षेत्र से लोगों को हवाई मार्ग से निकालने की योजना चल रही है, जहां पहुंच अभी भी गंभीर रूप से प्रतिबंधित है. उन्होंने कहा कि लगातार हो रही बारिश के कारण हताहतों और लापता लोगों की पूरी संख्या अभी भी अज्ञात है, जिससे बचाव अभियान जटिल हो रहा है.