दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव में 699 प्रत्याशियों के बीच होगा मुकाबला

नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों पर पांच फरवरी को होने वाले आम चुनाव में 699 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमाएंगे। चुनाव में हुए 1,522 नामांकन के बाद आयोग ने 981 प्रत्याशियों के पर्चे को सही पाया था। इसके बाद हुई स्क्रूटनी में 719 दावेदार रह गए। नाम वापस लेने की प्रक्रिया के बाद चुनावी मैदान में अब 699 प्रत्याशी 70 विधानसभाओं में अपनी किस्मत आजमाएंगे।

नई दिल्ली सीट पर होगा सबसे कड़ा मुकाबला

मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक सबसे कड़ा मुकाबला नई दिल्ली विधानसभा सीट पर होगा। यहां विभिन्न पार्टियों के 23 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं।

दूसरी ओर दिल्ली में सबसे कम प्रत्याशियों वाली सीट कस्तूरबा नगर विधानसभा और पटेल नगर विधानसभा बन गई है। इन दोनों सीटों पर कांग्रेस, भाजपा और आप सहित कुल पांच पांच प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं।

कालकाजी सीट पर भी होगा घमासान

वहीं कालकाजी विधानसभा सीट पर भी घमासान हैं। यहां कांग्रेस, भाजपा के धुरंधरों के अलावा आप प्रत्याशी को टक्कर देने के लिए 10 अन्य प्रत्याशी भी मैदान में है। इसी तरह से जंगपुरा विधानसभा सीट पर नौ प्रत्याशी चुनावी मैदान में है।

इन सीटों पर भी कड़ा होगा मुकाबला

दूसरी तरफ ग्रेटर कैलाश, त्रिनगर और तिलक नगर विधानसभा में छह छह प्रत्याशी चुनावी दंगल में हैं। जबकि चांदनी चौक, त्रिलोकपुरी, कृष्णा नगर, दिल्ली कैंट, राजिन्द्र नगर, नरेला, बवाना, शकुरबस्ती, मालवीय नगर, देवली और पालम में सात सात उम्मीदवार मैदान में हैं।

पार्टियों ने राजनीति के रण में उतारे नए सूरमा

दक्षिणी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वालीं 10 विधानसभा सीटों पर भाजपा, आप और कांग्रेस ने 12 नए सूरमाओं को चुनाव मैदान में उतारा है। दलों की नए उम्मीदवारों को टिकट देने की रणनीति कितनी सफल साबित होगी, यह चुनाव परिणाम ही बताएंगे।

विधानसभा चुनाव 2020 में बदरपुर बार्डर से कांग्रेस ने अपने उम्मीदवार के रूप में प्रमोद कुमार यादव को टिकट दिया था। उनकी जमानत भी नहीं बची थी।

इस बार पार्टी ने नए और युवा चेहरे अर्जुन भड़ाना को टिकट दिया है। अर्जुन भड़ाना पूर्व सांसद अवतार सिंह भड़ाना के पुत्र हैं और पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं।

ओखला विधानसभा क्षेत्र से इस बार भाजपा और कांग्रेस ने विधानसभा 2020 के अपने उम्मीदवारों को मैदान में नहीं उतारा है। कांग्रेस ने 2020 में प्रवेश हासमी को टिकट दिया था और भाजपा ने ब्रह्म सिंह को उतारा था।

कांगेस ने अरीबा खान और भाजपा ने मनीष चौधरी को दिया मौका

दोनों उम्मीदवारों की जमानत भी नहीं बच पाई थी, इसलिए इस बार कांगेस ने अपने नए उम्मीदवार के रूप में अरीबा खान और भाजपा ने मनीष चौधरी को मौका दिया है। दोनों अपनी-अपनी पार्टी से निगम पार्षद हैं। वह अपने वार्ड में लगातार मतदाताओं से किसी न किसी काम से जुड़े रहते हैं। दोनों दलों को विश्वास है कि उनके उम्मीदवार चुनाव में उनकी नाव को अवश्य पार लगाएंगे।

महरौली से आप ने महेंद्र चौधरी को दिया टिकट

महरौली विधानसभा क्षेत्र से आप ने निवर्तमान विधायक नरेश यादव का टिकट काटकर महेंद्र चौधरी को दिया है। इसी सीट पर भाजपा ने कुसुम का टिकट काटकर गजेंद्र यादव को मैदान में उतारा है। मालवीय नगर से कांग्रेस ने नए प्रत्याशी के रूप में जितेंद्र कोचर को तो संगम विहार नए चेहरे हर्ष चौधरी को टिकट दिया है। कस्तूरबा नगर से आप ने नए उम्मीदवार रमेश को टिकट दिया है।

आंबेडकर नगर से कांग्रेस ने जयप्रकाश को उतारा है। देवली विधानसभा क्षेत्र से भाजपा ने अपने गठबंधन के सहयोगी दल लोकजन शक्ति पार्टी (एलजेपी) को चुनाव लड़ने के लिए समझौते में दे दी है। एलजेपी ने दीपक तंवर, कांग्रेस ने राजेश चौहान व आप ने प्रेम कुमार को मैदान में उतारा है। यहां पर तीनों प्रत्याशी पहली बार लड़ रहे हैं। देखना है कि यह है नए सूरमा मैदान फतह करने में कितने सफल होते हैं।

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